पश्चिम बंगाल में हुए हालिया पंचायत चुनाव के दौरान भी खूब हिंसा हुई। इसे लेकर भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने राज्य में अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग की। अब राज्य के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भाजपा नेता की मांग को खारिज कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में राज्यपाल सीवी आनंद बोस से जब सुवेंदु अधिकारी की मांग को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘नेता विपक्ष ने अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग की है और वह इसे सिर्फ एक मांग की तरह ले रहे हैं।
पंचायत चुनाव हिंसा पर बोले राज्यपाल
पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल ने कहा कि ‘जब भी समाज में अशांति फैलाने की कोशिश होती है तो मैं फील्ड में जाकर पीड़ित लोगों की बात सुनता हूं। लोगों की परेशानी का पता सिर्फ अनुभव से नहीं लगाया जा सकता।’
यूनिवर्सिटीज होनी चाहिए स्वायत्त’
यूनिवर्सिटीज के मुद्दे पर राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट जा रही है। इस पर राज्यपाल ने कहा कि ‘मैं सुलह में विश्वास करता हूं ना कि संघर्ष में। मैंने दस्तावेज तैयार कर लिए हैं, जिसमें साफ बताया गया है कि यूनिवर्सिटीज को स्वायत्त करने के लिए क्या करना चाहिए। मैं इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करूंगा ताकि इस पर बहस हो सके। अगर इसका कोई कानूनी पक्ष होगा तो हम उसे भी स्वीकार करेंगे। हमारी कोशिश है कि यूनिवर्सिटी सिस्टम बेहतर बने।’
भ्रष्टाचार निरोधी सेल का गठन
पश्चिम बंगाल राजभवन में भ्रष्टाचार निरोधी सेल का गठन किया गया है। इस पर राज्यपाल ने कहा कि ‘यूनिवर्सिटी सिस्टम में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए इस सेल की स्थापना की गई है। शिकायत मिलने पर हम संबंधित एजेंसी से उसकी जांच कराएंगे।’राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ये भी बताया कि राजभवन ने ‘आमने-सामने’ नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसके तहत छात्र-छात्राएं उन्हें राजभवन में मिल सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत राज्यपाल नई पीढ़ी के लोगों से मुलाकात करेंगे। मिलने का समय सुबह साढ़े पांच बजे से लेकर साढ़े छह बजे तक रखा गया है।