वाराणसी, 9 दिसंबर 2024, सोमवार। मां अन्नपूर्णा की महिमा अपरम्पार है। वह भरण-पोषण की देवी हैं और उनकी कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है। मां अन्नपूर्णा का जन्मोत्सव अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो मार्गशीर्ष महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को पड़ता है। इस साल अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर 2024 को पड़ रही है।
मां अन्नपूर्णा का संबंध काशी विश्वनाथ से भी है। काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मां अन्नपूर्णा का मंदिर स्थित है, जो दशाश्वमेध मार्ग, विश्वनाथ गली में स्थित है। यह मंदिर अपने धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है।
मां अन्नपूर्णा की महिमा को समझने के लिए, हमें उनके जन्म की कहानी को जानना होगा। मां अन्नपूर्णा का जन्म पार्वती जी के रूप में हुआ था। पार्वती जी ने मां अन्नपूर्णा का रूप धारण कर स्वयं काशी में रहने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद शिवजी उन्हें काशी लेकर आ गए।
मां अन्नपूर्णा की पूजा करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है। उनकी कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है। अन्नपूर्णा जयंती और अन्नकूट उत्सव पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है। इस दिन मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है।
मां अन्नपूर्णा की पूजा करने से न केवल जीवन में सुख और समृद्धि आती है, बल्कि यह भी माना जाता है कि उनकी कृपा से घर में अन्न-धन की कमी नहीं होती है। इसलिए, अन्नपूर्णा जयंती के अवसर पर मां अन्नपूर्णा की पूजा करना और उनका आशीर्वाद लेना बहुत ही शुभ माना जाता है।