यूक्रेन युद्ध की समाप्ति की प्रक्रिया में सऊदी अरब की राजधानी रियाद महत्वपूर्ण स्थल बन सकता है। यहां पर मंगलवार को अमेरिका और रूस के विदेश मंत्री बैठकर शांति वार्ता की रूपरेखा तैयार करेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो रियाद और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव भी देर रात रियाद पहुंचे।
इस बैठक में यूक्रेन युद्ध खत्म करने और अमेरिका-रूस संबंधों की बाधाओं को हटाने के तरीकों पर विचार होगा। 2022 में यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका ने रूस पर तमाम प्रतिबंध लगाए थे जिससे दोनों देशों के सामान्य संबंध भी खत्म हो गए थे।
संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया शुरू
12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेढ़ घंटे तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर वार्ता कर संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया शुरू की है।
रियाद में रूबियो के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज और ट्रंप के पश्चिम एशिया के दूत स्टीव विट्काफ भी शामिल होंगे। जबकि रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लावरोव करेंगे और उसमें पुतिन के सलाहकार यूरी यूशाकोव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि रियाद की बैठक के नतीजे सकारात्मक रहे तो निकट भविष्य में ट्रंप और पुतिन की सीधी मुलाकात हो सकती है। वह चार वर्षों से विश्व में बने तनाव को कम करने वाली अहम घटना होगी। इस बीच रूबियो ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के लिए होने वाली शांति वार्ता में यूक्रेन और यूरोप के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा सकता है।इस बीच अमेरिका के प्रति सद्भावना दिखाते हुए रूस ने सोमवार शाम को सात फरवरी को नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किए अमेरिकी नागरिक कालोब बायर्स को रिहा कर दिया। अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो अपने दौरे में सऊदी अरब के साथ गाजा की स्थिति पर भी बात करेंगे। वैसे ट्रंप युद्ध में बर्बाद गाजा का कब्जा लेकर वहां पर पुनर्निर्माण करने का बयान दे चुके हैं। ट्रंप ने इसी सिलसिले में गाजा की फलस्तीनी आबादी को मिस्त्र और जार्डन में जाने की सलाह दी है जिसे फिलहाल अरब देशों ने अस्वीकार कर दिया है।