चुनाव आयोग की ओर से शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न शिंदे गुट को देने के बाद मंगलवार को ही महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी की पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें शिंदे को पार्टी का प्रमुख चुन लिया गया। इतना ही नहीं बैठक में कई अहम प्रस्ताव भी रखे गए। इनमें वीर सावरकर को भारत रत्न की मांग से लेकर मराठी को कुलीन भाषा का दर्जा देने की मांग भी शामिल रही।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव गुट से टूटकर शिंदे के साथ आए विधायक, सांसद और शिवसेना के अन्य नेता शामिल हुए। सभी शिंदे के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी से अलग होने के बाद से उनके साथ काम कर रहे हैं।