पूरी दुनिया की निगाह अब रूस-यूक्रेन पर टिकी हैं। दोनों देश जंग के बेहद करीब हैं वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एलान कर दिया है कि रूसी सेना आज हमला कर सकती है। इससे पहले रूस ने यूक्रेन सीमा पर बहुत बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद के साथ मिसाइलों की तैनाती की है। साथ ही सैटेलाइट तस्वीरों में स्पष्ट देखा जा सकता है कि यूक्रेन सीमा से 110 किमी दूर रूसी सैनिकों ने तंबू लगाकर जंग की पूरी तैयारी की हुई है।
इस बीच अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन के साथ खड़ा दिखाई दिया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने बयान में कहा है कि हम यूक्रेन पर रूस के किसी भी हमले का निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार हैं, जिसकी अभी भी बहुत अधिक संभावना बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हम रूस के साथ सीधे टकराव की स्थिति नहीं चाहते। हालांकि मैं एक बात स्पष्ट करना चाहूंगा कि यदि रूस ने यूक्रेन में अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाया तो हम पूरी आक्रामक क्षमता के साथ मुंहतोड़ जवाब देंगे।
इधर, भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने मंगलवार को रूस के साथ जारी तनातनी के कूटनीतिक समाधान की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि हालात इतने बुरे नहीं हैं कि छात्रों को वापस बुलाना पड़े। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसा करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। युद्ध जैसी कोई स्थिति नहीं है।
रूस की सैन्य वापसी की घोषणा के बीच यूक्रेन की सरकारी वेबसाइटों और बड़े बैंकों पर साइबर हमले हो गए। यूक्रेन के कम से कम 10 वेबसाइटों ने काम करना बंद कर दिया है। इनमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और दो बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि ये हमले पडोसी देश से हो रहे हैं।