नई दिल्ली, 5 मई 2025, सोमवार। इस्लामाबाद की लाल मस्जिद, जो कट्टरपंथी विचारों के लिए जानी जाती है, में हाल ही में एक मौलवी ने जमा हुए लोगों से पूछा कि यदि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, तो कितने लोग पाकिस्तान की ओर से लड़ने जाएंगे। चौंकाने वाला यह था कि एक भी व्यक्ति ने हाथ नहीं उठाया। मौलवी ने इसका कारण स्पष्ट करते हुए कहा कि यह युद्ध इस्लाम के लिए है ही नहीं, उन्होंने दावा किया कि भारत में मुसलमानों पर उतना अत्याचार नहीं होता, जितना पाकिस्तान में होता है। यह बयान पाकिस्तान में बढ़ती असंतुष्टि और सरकार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है।