इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2022 जैसे विज्ञान का महाकुंभ कहते हैं 21 से 24 जनवरी 2023 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आयोजित किया जाना है। यह फेस्टिवल का आठवां संस्करण है जिसमें देश-विदेश से लोग आते हैं।
“विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर”
आयोजित हो रहे आईआईएसएफ 2022 यानी कि आठवें संस्करण की मुख्य थीम “विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर” रखी गई है। 15 अलग-अलग कार्यक्रम इस महोत्सव में आयोजित होने हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर केंद्रित देश के पहले ओटीटी चैनल इंडिया साइंस द्वारा इन कार्यक्रमों पर केंद्रित 15 फिल्मों का निर्माण किया गया है जो समारोह में दिखाई जाएंगी।
केंद्रीय राज्यमंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि यह भारतीय और विदेशी छात्रों, नवप्रवर्तको, शिल्पकारो, किसानों वैज्ञानिकों एवं प्रौद्योगिकीविदों के साथ देश की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का एक जश्न है। डॉ सिंह ने अधिक से अधिक डीप टेक स्टार्टअप और नए क्षेत्रों में भारतीय स्टार्टअप से आगे आने का आह्वान भी किया है।
फेस-टू-फेस विद फ्रंटियर्स ऑफ साइंस
आईआईएसएफ-2022 में एक महत्वपूर्ण अंग ‘फेस-टू-फेस विद फ्रंटियर्स ऑफ साइंस’ कार्यक्रम भी है, जिसे छात्रों को केंद्र में रखकर बनाया गया है। यह एक बेहतरीन अवसर होगा, जहाँ छात्र भारत की चर्चित हस्तियों / वैज्ञानिकों / उद्योगपतियों से सीधा संवाद कर सकेंगे। इस इंटरैक्टिव कार्यक्रम में 8वीं कक्षा से परास्नातक तक के 1200-1400 छात्रों के शामिल होने की सम्भावना है।
युवा वैज्ञानिकों का सम्मेलन
इस दौरान ‘युवा वैज्ञानिकों का सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 1500 युवा वैज्ञानिक और शोधकर्ता अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ परस्पर विचार-विमर्श करेंगे। वहीं, ‘मेगा-साइंस एक्स्पो’ में भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी कौशल की झलक देखने को मिलेगी। स्टार्टअप कॉन्क्लेव भी आईआईएसएफ का हिस्सा है, जिसमें जैव प्रौद्योगिकी इनोवेशन इकोसिस्टम पर कार्य करने वाले 600 से अधिक स्टार्टअप्स के शामिल होने की उम्मीद है। भारत का अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव (आईएसएफएफआई) इस महोत्सव का एक अन्य आकर्षण है। विज्ञान साहित्य पर केंद्रित “विज्ञानिका” का आयोजन भी इस अवसर पर किया जा रहा है। दो दिवसीय छात्र नवाचार उत्सव (स्टूडेंट इनोवेशन फेस्टिवल–एसआईएफ-022) भी महोत्सव का हिस्सा है।
आईआईएसएफ का इतिहास
प्रथम बार वर्ष 2015 में आयोजित किये गए वार्षिक भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का यह आठवाँ संस्करण है। पहला और दूसरा आईआईएसएफ नई दिल्ली में, तीसरा चेन्नई में, चौथा लखनऊ में, पाँचवां कोलकाता में, छठा वर्चुअल मोड के माध्यम से और आखिरी आईआईएसएफ गोवा में आयोजित किया गया था। वर्ष 2020 में, कोविड-19 ने इस वार्षिक आयोजन के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी थी। लेकिन, कार्यक्रम को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित कर इसके प्रवाह को बाधित नहीं होने दिया गया।