भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार 27 साल से अधिक समय के बाद मंगलवार को विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करेगी। जिसमें यमुना की सफाई, बुनियादी ढांचे के विकास और बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने जैसे अपने वादों को लागू करने के लिए धन का प्रविधान किए जाने की उम्मीद है।
हर वर्ग को बजट से उम्मीद
सरकार की योजना जनता के हर वर्ग को साधने की है। बजट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुसार भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र की झलक दिखेगी।जिसमें भाजपा ने विकसित दिल्ली संकल्प पत्र में दिल्ली को विश्व की सर्वश्रेष्ठ राजधानी बनाने के साथ साथ महिलाओं, गरीबों, छात्रों,युवाओं और श्रमिकों आदि के जीवन स्तर को सुधारने का वादा किया है।
कैसा था पिछले साल का बजट?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पास ही वित्त विभाग भी है, वित्त वर्ष 2025-26 के बजट को रखने से पहले वह कनाट प्लेस के हनुमान मंदिर में आशीर्वाद लेने जाएंगी। बजट की बात करें ताे पिछले साल, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था, जिसे संशोधित बजट में बढ़ाकर 77,000 रुपये कर दिया गया था।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि विधानसभा में पेश होने वाला 2025-26 का बजट 80,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा 27 साल बाद दिल्ली का बजट पेश कर रही है। जिस तरह भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, उसी तरह हम भी 27 साल बाद लौट रहे हैं।यह आम जनता का बजट होगा, जिसमें बुनियादी सेवाओं को मजबूत करने और रोजगार सृजन पर जोर दिया जाएगा।दिल्ली सरकार को ईमेल और पहले जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से बजट प्रविधानों पर लोगों से 10,000 से अधिक सुझाव मिले हैं।