नई दिल्ली, 11 अगस्त 2025: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी दलों के लगातार हंगामे और संसद की कार्यवाही में बाधा डालने को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि विपक्ष का ‘असंसदीय रवैया’ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सरकार महत्वपूर्ण विधेयकों को दोनों सदनों में पास कराएगी, चाहे विपक्ष सहयोग करे या नहीं। रिजिजू ने विपक्ष पर संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का भी गंभीर आरोप लगाया।
‘विपक्ष सुधरने वाला नहीं’
संसद में 16 दिनों से चल रहे गतिरोध पर नाराजगी जाहिर करते हुए रिजिजू ने कहा, “मैंने बहुत देख लिया, विपक्ष अब सुधरने वाला नहीं है। हर दिन वे संसद में हंगामा करते हैं, चुनाव आयोग पर हमला बोलते हैं और संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा को ठेस पहुंचाते हैं।” उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी अपने तौर-तरीकों में कोई बदलाव नहीं लाने वाले, यह अब साफ हो चुका है।”
चुनाव आयोग पर सवाल क्यों?
रिजिजू ने विपक्ष के उस कदम पर भी सवाल उठाए, जिसमें INDIA ब्लॉक ने संसद से चुनाव आयोग (ECI) के दफ्तर तक मार्च निकाला। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “चुनाव आयोग ने सभी दलों से दो-दो प्रतिनिधि भेजने को कहा था। 30 सदस्यों को बुलाया गया, लेकिन विपक्ष अपने प्रतिनिधियों के नाम तक तय नहीं कर पाया। फिर EC से समय मांगने का क्या मतलब?”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर चुटकी लेते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी सांसद वीवीआईपी हैं, रिजिजू ने तल्ख टिप्पणी की, “तो क्या 150 सांसद चुनाव आयोग के कमरे में घुस जाएंगे? यह कैसा नाटक है? आखिर किसके इशारे पर देश की छवि को बार-बार नुकसान पहुंचाने की साजिश हो रही है?”
‘संसद का समय बर्बाद नहीं होने देंगे’
केंद्रीय मंत्री ने सांसदों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलाई और कहा कि जनता ने उन्हें सेवा के लिए चुना है, न कि रोज-रोज हंगामा करने के लिए। उन्होंने जोर देकर कहा, “एक दिन कोई मुद्दा उठाया, ठीक है। लेकिन रोज एक ही मुद्दे पर हंगामा कर संसद का समय बर्बाद करना स्वीकार्य नहीं। हम विधेयक पास करेंगे, विपक्ष चर्चा में हिस्सा ले या न ले, यह उनकी मर्जी। लेकिन बाद में यह न कहें कि माइक बंद कर दिया गया या बोलने का मौका नहीं मिला।”
रिजिजू ने विपक्ष को चेतावनी दी कि सरकार अब और बाधा बर्दाश्त नहीं करेगी और संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “देश की जनता सब देख रही है। हम संसद का अपमान और समय की बर्बादी नहीं होने देंगे।”
क्या है विवाद?
पिछले कुछ दिनों से विपक्ष, खासकर INDIA ब्लॉक, संसद में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। इसमें चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना और संसद में विधेयकों पर चर्चा में व्यवधान डालना शामिल है। रिजिजू ने इसे ‘लोकतंत्र का अपमान’ करार देते हुए विपक्ष से रचनात्मक भूमिका निभाने की अपील की है।
इस बीच, संसद सत्र के दौरान कई अहम विधेयकों पर चर्चा होनी है, लेकिन विपक्ष के रवैये से सत्र की उत्पादकता पर सवाल उठ रहे हैं। रिजिजू का यह बयान विपक्ष के लिए एक कड़ा संदेश है कि सरकार अब और हंगामे को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।