भारत में कोरोना के मामले काफी चिंताजनक स्थिति में हैं। वहीं इससे बचाव से एकमात्र है कि लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगी हों। वहीं देश में एक और कोरोना वैक्सीन के आने के संकेत मिल रहे हैं। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया की विषय विशेषज्ञ समिति ने रूस के स्पुतनिक लाइट वन-शॉट कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 168.47 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में 55 लाख(55,58,760) लोगों का टीकाकरण किया गया। देश में शुक्रवार को कोरोना के 1.49 लाख (1,49,394) नए मरीज सामने आए हैं। यह संख्या कल के मुकाबले 13 फीसदी कम है। पिछले 24 घंटों में 2,46,674 लोग ठीक भी हुए।
महज एक महीने में 65 प्रतिशत किशोरों को लगी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक
कोरोना महामारी के खिलाफ भारत में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में शुक्रवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई। भारत ने सिर्फ एक महीने के अंदर 65 प्रतिशत किशोरों को कोरोना वैक्सीन का पहला खुराक दे दिया। यह जानकारी खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर दी।
उन्होंने बताया कि, ‘ युवा भारत का एतिहासिक प्रयास जारी…सिर्फ एक महीने के अंदर 15 से 18 वर्ष के 65% किशोरों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज मिल गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नए रिकॉर्ड बना रही है।
10 जनवरी से लग रही एहतियाती खुराक
बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन के अलावा 10 जनवरी से 60 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों व फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना की एहतियाती खुराक भी लगाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों घोषणाएं एक साथ की थीं।