नई दिल्ली, 16 मई 2025, शुक्रवार। भुज एयरफोर्स स्टेशन पर शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दौरा न केवल भारतीय सेना के शौर्य का उत्सव था, बल्कि दुश्मनों को करारा जवाब देने का एक सशक्त संदेश भी था। भारतीय सेना, वायु सेना, बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों से मुलाकात कर राजनाथ सिंह ने न सिर्फ उनका हौसला बढ़ाया, बल्कि दुनिया को बता दिया कि नया भारत अब चुप नहीं बैठता।
“ऑपरेशन सिंदूर: ट्रेलर दिखा, पिक्चर अभी बाकी”
रक्षामंत्री ने भुज एयरबेस पर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ। दुनिया ने जो देखा, वह महज एक ट्रेलर था। समय आएगा तो पूरी पिक्चर दिखाएंगे।” उन्होंने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उसकी फंडिंग पर IMF की नकेल कसने की जरूरत है। राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा, “हमारा भारत अब पलटकर जवाब देता है। जितनी देर में लोग नाश्ता करते हैं, उतनी देर में हमारी सेना दुश्मनों को धूल चटा देती है। हमने अपनी बहनों के सिंदूर का बदला लिया है, बिना सरहद पार किए आतंकियों और उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद किया है।”
भुज: सुरक्षा का अभेद्य किला
भुज और नलिया के पास तैनात भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के चीन और टर्की निर्मित शत्रुतापूर्ण ड्रोनों को हवा में ही मार गिराया। दुश्मन के महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के हर प्रयास को नाकाम करते हुए भुज एयरबेस ने अपनी ताकत का लोहा मनवाया। इस दौरान दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर और कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने रक्षामंत्री को स्वतंत्र इन्फैंट्री ब्रिगेड और बीएसएफ की अनुकरणीय भूमिका से अवगत कराया।
“हमारी सेना, हमारा गर्व”
रक्षामंत्री ने सैनिकों की बहादुरी, समर्पण और परिचालन उत्कृष्टता की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “मुझे हमारे सशस्त्र बलों पर गर्व है। उनकी सतर्कता और बलिदान के कारण ही देश चैन की नींद सोता है।” ड्रोन युद्ध जैसे आधुनिक खतरों से निपटने की तैयारी पर जोर देते हुए उन्होंने जवानों के त्वरित एक्शन और उच्च मनोबल की सराहना की।
सैनिकों के साथ दिल से दिल की बात
राजनाथ सिंह का यह दौरा सैनिकों के साहस को नमन करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को मजबूत करने का एक प्रयास था। उनके शब्दों ने न केवल जवानों का उत्साह बढ़ाया, बल्कि दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत की सेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार है। जैसा कि रक्षामंत्री ने कहा, “हमारी सेना की बहादुरी बेमिसाल है, और हमारा भारत हर दुश्मन को पलक झपकते निपटा सकता है।”
यह दौरा और रक्षामंत्री का संदेश न केवल सैनिकों के लिए प्रेरणा है, बल्कि हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण भी।