नई दिल्ली, 10 जून 2025, मंगलवार: राजा रघुवंशी हत्याकांड ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है, और इस मामले में हर पल नए-नए सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता सोनम की जिद और दबाव ने इस भयावह अपराध को अंजाम दिलवाया। दरअसल, राजा के सौम्य व्यवहार को देखकर सुपारी किलर्स ने हत्या का इरादा छोड़ दिया था। शिलांग की दुर्गम पहाड़ियों और वहां की भीड़-भाड़ ने भी उन्हें डरा दिया था। लेकिन सोनम ने न सिर्फ हत्यारों पर दबाव बनाया, बल्कि उन्हें मोटी रकम का लालच देकर इस खौफनाक कदम के लिए मजबूर कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, सोनम ने राजा को 23 मई को फोटोशूट के बहाने शिलांग की एक सुनसान पहाड़ी पर ले गई। उसने सुपारी किलर्स को सटीक लोकेशन दी, और जैसे ही मौका मिला, उसने चिल्लाकर आदेश दिया, “मार दो इसे!” इसके बाद आरोपी विशाल चौहान ने राजा के सिर पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार किए, जबकि दूसरा आरोपी आकाश राजपूत बाइक पर दूर से निगरानी करता रहा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हत्यारों ने हत्या से पहले मना किया था, क्योंकि पहाड़ी चढ़ते-चढ़ते वे थक चुके थे। लेकिन सोनम ने उन्हें 20 लाख रुपये का लालच दिया, जबकि शुरुआती डील केवल 50 हजार रुपये में हुई थी। उसने राजा के पर्स से 15 हजार रुपये निकालकर तुरंत हत्यारों को थमा दिए।
इस हत्याकांड की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी राज कुशवाह न केवल राजा की हत्या में शामिल था, बल्कि वह उसके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। एक वायरल वीडियो में वह भावुक मुद्रा में राजा के ससुर को सांत्वना देते और कंधा देते नजर आया, जैसे वह कोई करीबी रिश्तेदार हो। इस ढोंग ने सबको हैरान कर दिया।
पुलिस ने सोमवार को तीनों आरोपियों—राज कुशवाह, विशाल चौहान, और आकाश राजपूत—को जिला अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें सात दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि तीनों आरोपी एक-दूसरे को पहले से जानते थे, और दो आरोपी तो राज कुशवाह के करीबी दोस्त हैं। एक अन्य संदिग्ध आनंद को मध्य प्रदेश के बीना से हिरासत में लिया गया है। मेघालय पुलिस अब इनसे गहन पूछताछ करेगी।
इस बीच, राजा की मां ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सोनम ने ही राजा के साथ हनीमून की योजना बनाई थी, लेकिन उसने वापसी का टिकट बुक नहीं किया था। यह बात इस साजिश की गहराई को और उजागर करती है।
यह हत्याकांड न केवल एक क्रूर अपराध की कहानी है, बल्कि विश्वासघात, लालच और साजिश का ऐसा जाल है, जो हर किसी को स्तब्ध कर देता है। मेघालय पुलिस की जांच से जल्द ही और भी सनसनीखेज तथ्य सामने आने की उम्मीद है।