प्रयागराज, 12 जनवरी 2025, रविवार। महाकुंभ के प्रथम स्नान पर्व से पहले एक बड़ा फैसला लिया गया है। जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरि को सात साल के लिए अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। यह फैसला आगरा की 13 वर्ष की नाबालिग को साध्वी बनाकर दान के रूप में प्राप्त करने के मामले में लिया गया है।
इस मामले में अखाड़े के शीर्ष पदाधिकारियों की पंचायत में यह निर्णय लिया गया है। रमता पंच की मौजूदगी में यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही, साध्वी बनाई गई बालिका को घर भेज दिया गया है।
यह फैसला अखाड़े के नियमों और सिद्धांतों के विरुद्ध कार्य करने के लिए लिया गया है। महंत कौशल गिरि को अखाड़े के नियमों का उल्लंघन करने के लिए दोषी पाया गया है। अखाड़े के पदाधिकारियों ने कहा है कि यह फैसला अखाड़े की गरिमा और सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए लिया गया है।
इस फैसले के बाद, अखाड़े के पदाधिकारियों ने कहा है कि वे महाकुंभ के दौरान अखाड़े के नियमों और सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा है कि वे अखाड़े की गरिमा और सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे।