लुधियाना कोर्ट कांप्लेक्स ब्लास्ट कांड की परतें खुलती जा रही हैं। कड़ी दर कड़ी जोड़ कर एजेंसियां जांच को बढ़ाने में लगी हैं। एजेंसियों को जब से पता चला है कि गगनदीप सिंह ब्लास्ट से पहले अमृतसर भी गया था, तब से अमृतसर से भी कॉल डिटेल निकलवानी शुरू कर दी गई हैं। जांच एजेंसियों को शक है कि लुधियाना में ब्लास्ट के लिए एक्सप्लोसिव अमृतसर से लाया गया है। उसका एक कारण यह भी है कि मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया रंजीत बाबा अमृतसर के गांव घरिंडा का रहने वाला है और वह अमृतसर में ही जीआरपी में बतौर एएसआई तैनात था।
सूत्र बताते हैं कि गगनदीप के अमृतसर में जाने का इनपुट्स भी एजेंसियों को उसी से मिला था। अब एजेंसियां जांच करने में जुटी है कि गगनदीप सिंह को एक्सप्लोसिव किसने दिया। इसके अलावा यह भी जांच करने में एजेंसियां जुटी हैं कि गगनदीप को बम चलाने की ट्रेनिंग कहां और किसने दी। तीन माह में गगनदीप सिंह पंजाब के अलावा कहीं और भी बाहर गया है तो वह किसके पास कब गया है इस बात की भी जांच की जा रही है।
विदेशों से आया फंड
जांच में पता चला है कि गगनदीप सिंह के खाते,उसकी पत्नी और भाई के खाते में ब्लास्ट से कुछ दिन पहले कुछ नकदी आई है। शक है कि यह फंड विदेशों से आया है। सूत्र बताते हैं कि जांच एजेंसियों को पता चला है कि तीनों के खातों में आया फंड जर्मनी के साथ साथ देश के अलग अलग हिस्सों से आया है। जिससे साफ है कि गगनदीप का परिवार इस कांड से अंजान नहीं था। उन्हें सब पता था।
पुलिस यह आशंका जाहिर कर रही है कि कोर्ट रूम के बाथरूम में जब गगनदीप सिंह बम इंस्टाल कर रहा था तो उससे गलत तार जुड़ी और बम ब्लास्ट हो गया। गगनदीप सिंह का भाई प्रीतम सिंह और उसके पारिवारिक सदस्य अब भी एजेंसियों की राडार पर है और कई तरह से पूछताछ की जा सकती है। इसके साथ साथ दो पूर्व एसएचओ और गगनदीप के साथ मुलाजिम से भी पूछताछ की गई है। सूत्र यह भी बताते हैं कि थाना सदर खन्ना में दिल्ली से आई टीम ने गगनदीप सिंह की महिला मित्र से भी पूछताछ की।
कई पहलुओं पर हो रही जांच
सवाल उठ रहे हैं कि लुधियाना बम विस्फोट में मारे गए आरोपी गगनदीप की तरह और कितने स्लीपर सेल पाक परस्त खालिस्तानी संगठनों ने बनाए हैं। इस तरह की वारदातों के लिए गगनदीप ने कहीं कोई टीम तो नहीं बनाई थी। पंजाब में और कितने गगनदीप जैसे लोग घूम रहे हैं। इसके साथ साथ कई अन्य पहलुओं पर जांच चल रही है। इसके अलावा कई ऐसे नशा तस्कर हैं जो गगन के संपर्क में थे, उनका भी पता लगाया जा रहा है।
रंजीत बाबा और बाक्सर से पूछताछ
जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए रंजीत बाबा और सुखजिंदर बाक्सर से कई टीमों ने पूछताछ की। इसके अलावा दोनों से आर्गनाइज क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) की टीम पूछताछ करने में जुटी है। दोनों से अधिकारियों ने काफी समय तक कई सवाल किए।
आधार कार्ड देख अंदर जाने दिया
ब्लास्ट के बाद जहां कोर्ट कांप्लेक्स में सभी दफ्तरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, वहीं पुलिस कमिश्नर दफ्तर पर भी चारों तरफ से मुलाजिम तैनात कर दिए गए हैं। फिरोजपुर रोड पर मेन गेट को बंद कर दिया गया और वहां तैनात मुलाजिम किसी को भी नहीं अंदर जाने दे रहे। कोई व्यक्ति अंदर जा भी रहा है तो उससे पूछताछ कर जाने की इजाजत दी जा रही है। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर दफ्तर में जाने के लिए हर व्यक्ति को आधार कार्ड दिखा कर अंदर जाने की इजाजत दी जा रही है।