भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के ढांचे के तहत बीजिंग में मंगलवार को 33वीं बैठक हुई। इसमें दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति की समीक्षा की और सीमा पार सहयोग व आदान-प्रदान जल्द से जल्द फिर शुरू करने पर भी विचार-विमर्श किया।
इसमें सीमा पार की नदियां व कैलास-मानसरोवर यात्रा शामिल हैं। डब्ल्यूएमसीसी की बैठक में दोनों देशों ने दिसंबर में विशेष प्रतिनिधि (एसआर) वार्ता में एनएसए अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच वार्ता के दौरान लिए गए निर्णयों को क्रियान्वित करने के लिए विभिन्न उपायों और प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया।
निर्णयों को क्रियान्वित करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे दोनों देश
विदेश मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएमसीसी की बैठक सकारात्मक और रचनात्मक माहौल में हुई। इसमें दोनों देशों ने सीमा मुद्दे पर अपने विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की अगली बैठक की पर्याप्त तैयारी करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई, जो इस वर्ष के अंत में भारत में आयोजित होने वाली है।