नई दिल्ली, 5 जून 2025, गुरुवार: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ‘नरेंद्र सरेंडर’ बयान ने देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। इस बयान पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका से अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसने सियासी पारा और गरमा दिया। थरूर ने भारत की विदेश नीति को लेकर कांग्रेस का रुख स्पष्ट करते हुए बीजेपी के आरोपों का जवाब दिया।
वॉशिंगटन डीसी में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आउटरिच मिशन के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थरूर ने कहा, “भारत-पाकिस्तान मसले में हमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं।” एक पत्रकार के सवाल पर, जिसमें राहुल गांधी के बयान का जिक्र था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने झुकाव दिखाया, थरूर ने दोटूक जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हम अमेरिका के साथ अपने रणनीतिक रिश्तों का सम्मान करते हैं, लेकिन भारत-पाक मसले में हमारी नीति स्वतंत्र और स्पष्ट है।”
पाकिस्तान को आतंकवाद पर सख्त संदेश
थरूर ने आगे कहा, “जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, भारत उसी भाषा में जवाब देगा। अगर पाकिस्तान आतंकी ढांचे को खत्म करने को तैयार हो, तो बातचीत की गुंजाइश है, लेकिन इसके लिए हमें किसी बाहरी मध्यस्थ की जरूरत नहीं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने हमेशा संतुलित और सोच-समझकर कदम उठाए हैं। अगर ट्रंप ने पाकिस्तान को कोई सलाह दी, तो यह उनका सकारात्मक कदम हो सकता है, लेकिन इसका असली श्रेय पाकिस्तान के रवैये पर निर्भर करता है।
राहुल के बयान से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, 3 जून को मध्य प्रदेश की एक जनसभा में राहुल गांधी ने कहा था, “मैं बीजेपी और आरएसएस को अच्छे से जानता हूं। थोड़ा दबाव डालो, तो ये डरकर भाग जाते हैं। ट्रंप ने फोन किया और कहा, ‘नरेंद्र, सरेंडर’, और मोदी जी ने ‘जी हुजूर’ कहकर सिर झुका लिया।” इस बयान ने बीजेपी को हमलावर बना दिया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे भारतीय सेना और देश का अपमान बताया। नड्डा ने कहा, “राहुल गांधी का सेना के शौर्य को ‘सरेंडर’ कहना निंदनीय है। यह देश का अपमान है।”
कांग्रेस-बीजेपी में तीखी तकरार
राहुल के बयान के बाद सियासी माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने इसे सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाने की कोशिश बताया, वहीं बीजेपी ने इसे सेना के मनोबल को तोड़ने वाला करार दिया। सोशल मीडिया पर भी दोनों पक्षों के समर्थक एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। जहां कांग्रेस का कहना है कि राहुल ने सरकार की कथित कमजोर कूटनीति को उजागर किया, वहीं बीजेपी इसे राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बयानबाजी बता रही है।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
शशि थरूर इन दिनों अमेरिका में भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसका मकसद भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना और प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद बढ़ाना है। इस मिशन के तहत थरूर ने कई अमेरिकी सांसदों और नीति-निर्माताओं से मुलाकात की है।
यह विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। दोनों पक्षों की ओर से बयानबाजी जारी है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद से सड़क तक और गूंज सकता है।