मुज़फ्फरनगर, 21 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले में पुलिस ने एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा करते हुए ककरौली क्षेत्र से तीन संदिग्धों—नदीम, मनोशेर और रहीस—को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से फर्जी और भड़काऊ वीडियो वायरल कर साम्प्रदायिक तनाव और दंगा भड़काने की साजिश रच रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस साजिश के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की आशंका है, जिसकी गहन जांच की जा रही है।
साजिश का खुलासा: दंगा और ‘लोन वुल्फ’ हमले की योजना
मुज़फ्फरनगर पुलिस को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर ककरौली में छापेमारी की गई, जहां इन तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये लोग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए फर्जी वीडियो और भड़काऊ सामग्री साझा कर रहे थे, जिसका मकसद साम्प्रदायिक तनाव पैदा करना और ‘लोन वुल्फ’ आतंकी हमलों को अंजाम देना था। पुलिस ने बताया कि इन वीडियो में भ्रामक और उत्तेजक सामग्री थी, जो समाज में अशांति फैलाने के लिए तैयार की गई थी।
पाकिस्तान कनेक्शन की जांच
सूत्रों के अनुसार, इस साजिश में विदेशी ताकतों, विशेष रूप से पाकिस्तान से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। आरोपियों के फोन और डिजिटल उपकरणों की जांच में कुछ विदेशी नंबरों और संदिग्ध चैट्स का पता चला है, जो पाकिस्तानी हैंडलर्स की ओर इशारा करते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) इस कनेक्शन की गहराई से जांच कर रही है।
कानूनी कार्रवाई: UAPA और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज
मुज़फ्फरनगर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय कुमार वर्मा ने बताया, “हमारी टीमें साइबर निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर लगातार सक्रिय हैं। इस तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
एटीएस और अन्य एजेंसियां सक्रिय
इस मामले में उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधी इकाई (एटीएस) ने जांच को तेज कर दिया है। एटीएस की टीमें आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं और उनके नेटवर्क का पता लगाने के लिए डिजिटल और फिजिकल साक्ष्यों की जांच कर रही हैं। इसके अलावा, केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी इस मामले में सहयोग कर रही हैं ताकि इस साजिश के पीछे के मास्टरमाइंड का खुलासा हो सके।
पुलिस की जनता से अपील
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी भड़काऊ या संदिग्ध सामग्री को साझा करने से बचें। उन्होंने कहा, “ऐसी सामग्री देश की एकता और सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकती है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे ऐसी किसी भी गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।”
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि मुज़फ्फरनगर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं, और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और आतंकी गतिविधियों के लिए इसके इस्तेमाल पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।