वाराणसी, 19 अप्रैल 2025, शनिवार। वाराणसी, जहां गंगा की लहरें और प्राचीन मंदिरों की घंटियां शांति का संदेश देती हैं, वहां बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब घर की दहलीज भी सुरक्षित नहीं रही। शुक्रवार की देर शाम कैंट थाना क्षेत्र के कुंज विहार कॉलोनी में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े एक वकील की मां के घर में घुसकर उनकी सोने की चेन छीन ली और पुलिस की नाक के नीचे से फरार हो गए। यह घटना न केवल अपराधियों की बेशर्मी को दर्शाती है, बल्कि पुलिस की लचर व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।

घर में घुसकर लूट, महिला की चीखें बनीं बेकार
कुंज विहार कॉलोनी में रहने वाले वकील मनोज सिंह की मां विमला देवी उस वक्त अपने घर के नीचे टहल रही थीं, जब एक युवक ने गेट पर आवाज लगाई। विमला ने सोचा कि शायद कोई उनके बेटे से मिलने आया है। जैसे ही वह बेटे को बुलाने के लिए मुड़ीं, मौका देखकर वह शातिर बदमाश घर में घुस आया। पलक झपकते ही उसने विमला के गले पर झपट्टा मारा और उनकी सोने की चेन छीनकर गेट की ओर भागा। विमला ने “चोर-चोर” चिल्लाकर मदद मांगी, लेकिन बदमाश अपने साथी की बाइक पर सवार होकर हवा में गायब हो गया। आसपास के लोग और परिजन दौड़े, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सीसीटीवी में कैद हुआ अपराध, फिर भी पुलिस बेकार
यह सनसनीखेज वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें बदमाश का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है। सूचना मिलते ही कैंट पुलिस मौके पर पहुंची, पीड़िता से बात की, फुटेज लिए और औपचारिकताएं पूरी कर लौट गई। लेकिन हैरानी की बात यह है कि अभी तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। इंस्पेक्टर राजकुमार की अगुवाई में जांच तो शुरू हुई, मगर बदमाशों का अब तक कोई अता-पता नहीं। यह घटना कैंट सर्किल में बढ़ती आपराधिक घटनाओं का एक और सबूत है, जिस पर पुलिस कोई अंकुश नहीं लगा पा रही।

शहर में दहशत, पुलिस की नाकामी पर सवाल
विमला देवी जैसे बुजुर्ग महिला के साथ हुई इस लूट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। लोग अब अपने घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। वाराणसी, जो अपनी संस्कृति और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है, आज अपराधियों के हौसले के आगे बेबस नजर आ रहा है। सवाल यह है कि जब सीसीटीवी में अपराधी का चेहरा साफ दिख रहा है, फिर, फिर पुलिस इतनी सुस्त क्यों है? कैंट थाना क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी, लूट और अन्य वारदातें पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रही हैं।
अब जागेगी पुलिस या बढ़ेगा अपराध का ग्राफ?
यह घटना सिर्फ एक लूट की वारदात नहीं, बल्कि शहर की कानून-व्यवस्था की बदहाली का आईना है। बदमाशों के बुलंद हौसले और पुलिस की निष्क्रियता से आम नागरिकों का भरोसा डगमगा रहा है। वाराणसी पुलिस को अब केवल कागजी कार्रवाई से आगे बढ़कर ठोस कदम उठाने होंगे। क्या शहर की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग अब जागेंगे, या अपराध का यह ग्राफ और ऊंचा चढ़ेगा? यह सवाल हर वाराणसीवासी के मन में गूंज रहा है।
नागरिकों की पुकार: अब तो जागो, पुलिस!
जब तक पुलिस अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करती और अपराधियों पर नकेल नहीं कसती, तब तक वाराणसी जैसे पवित्र शहर में भी लोग चैन से नहीं जी पाएंगे। विमला देवी के साथ हुई यह वारदात एक चेतावनी है—अब वक्त है सख्ती का, न कि ढिलाई का!