नयी दिल्ली, 23 सितंबर, 2024
तिरुपति के लड्डू में पशु चर्बी के इस्तेमाल को लेकर उठे विवाद के बीच आध्यात्मिक गुरु और आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने मंदिरों से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए आध्यात्मिक नेताओं की एक समिति के गठन का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि मंदिरों में भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, मुस्लिम निकाय या ईसाई निकाय जैसे बोर्ड होने चाहिए जोकि मंदिर के संबंध में बड़े फैसले लेने और उनकी देखरेख में सक्षम हों। सरकार की ओर से भी एक व्यक्ति होना चाहिए, लेकिन उसे छोटी भूमिका निभानी होगी।
स्वयं निर्मित वीडियो में श्री श्री रविशंकर ने खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा- “हमने इतिहास की किताबों में पढ़ा है कि 1857 में सिपाही विद्रोह कैसे हुआ था और अब हम देख रहे हैं कि इन लड्डू से हिंदुओं की भावनाओं को कितनी ठेस पहुंची है। यह ऐसी चीज है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। यह दुर्भावनापूर्ण है और इस प्रक्रिया में शामिल लोगों के लालच की पराकाष्ठा है। इसलिए, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उनकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जानी चाहिए और जो भी इस प्रक्रिया में दूर-दूर तक शामिल है, उसे जेल में डाल दिया जाना चाहिए। हमें सिर्फ लड्डू ही नहीं, बल्कि हर खाद्य उत्पाद की जांच करनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध घी का क्या ? क्या कोई यह जांच रहा है कि वे उसमें क्या डाल रहे हैं? जो लोग खाद्य पदार्थों में मिलावट करते हैं और उस पर शाकाहारी होने का ठप्पा लगाते हैं और उसमें किसी तरह का मांसाहारी पदार्थ मिलाते हैं, उन्हें बहुत कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”