देश में पहली बार टेली मेडिसिन की तरह टेली सर्जरी को भी लागू करने की मान्यता मिल गई है। इससे अब छोटे अस्पतालों में भी कैंसर और न्यूरो जैसी बड़ी सर्जरी हो सकेंगी। इसके लिए ऑपरेशन थियेटर में डॉक्टर के उपस्थित रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कई किमी दूर बैठे डॉक्टर रोबोट तकनीक के सहारे एक साथ कई अस्पतालों में मरीजों की सर्जरी को पूरा कर सकते हैं।
सरकार ई संजीवनी योजना के तहत मरीजों को घर बैठे वीडियो कॉल के जरिये चिकित्सा का लाभ दे रही है। इसे विस्तार देने के लिए स्वदेशी एसएसआई मंत्र कंपनी ने रोबोटिक तकनीक को विकसित किया है जो पूरी तरह से स्वदेशी है। देश के अलग-अलग शहरों में परीक्षण के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कंपनी को अनुमति देते हुए देश में टेली सर्जरी के जरिये मरीजों के ऑपरेशन किए जाने को संभव किया है।
गुरुग्राम से किया दिल्ली के अस्पताल में ऑपरेशन
सीडीएससीओ ने टेली सर्जरी के लिए रोबोट और वायरलेस तकनीक का उपयोग करने की मंजूरी दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुनिया के कई देशों में इस तकनीक का लाभ लिया जा रहा है। भारत में इसे लागू करने से पहले कई परीक्षण हुए हैं। ऐसी छह सर्जरी की गईं। इनमें से एक ऑपरेशन वरिष्ठ डॉ. सुधीर रावल ने गुरुग्राम में रहकर दिल्ली के रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में किया। इसी तरह जून 2024 में गुरुग्राम के वर्ल्ड लेप्रोस्कोपी अस्पताल में भर्ती मरीज का ऑपरेशन डॉ. आरके मिश्रा ने करीब पांच किमी दूर एसएसआई की कार्यशाला में तैनात रोबोट के जरिये किया।