वाराणसी, 14 जून 2025: बिहार के पूर्व मंत्री और विवादों के पर्याय तेजप्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला उनकी हालिया धार्मिक यात्रा और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ा है। वाराणसी के पवित्र श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान तेजप्रताप ने अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ मंदिर के प्रतिबंधित रेड जोन में रील बनाकर हंगामा खड़ा कर दिया। इस रील को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया, जिसके बाद विवाद ने तूल पकड़ लिया।
दरअसल, मंदिर प्रशासन की बिना अनुमति के रेड जोन में मोबाइल या कैमरा ले जाना सख्त मना है। तेजप्रताप की इस हरकत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर की पवित्रता, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।
मामले की जांच के लिए मंदिर प्रशासन ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और स्थानीय पुलिस को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। जांच में वायरल रील की सत्यता की पुष्टि के साथ-साथ यह भी देखा जाएगा कि क्या किसी सुरक्षाकर्मी या कर्मचारी की लापरवाही हुई। अगर नियमों का उल्लंघन साबित होता है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब तेजप्रताप यादव अपने कारनामों से चर्चा में हैं, लेकिन इस बार पवित्र काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे संवेदनशील स्थान पर हुई इस घटना ने न केवल उनके फैन्स, बल्कि मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं का ध्यान भी खींचा है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि जांच में क्या खुलासे होते हैं और इस प्रकरण का अंत कैसे होता है।