नई दिल्ली, 27 मई 2025, मंगलवार। टाटा अब आसमान में न सिर्फ उड़ान भरेगा, बल्कि हेलिकॉप्टरों का शानदार निर्माण भी करेगा! टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) ने यूरोपीय दिग्गज एयरबस के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक डील पक्की की है। इस साझेदारी के तहत कर्नाटक के कोलार जिले में भारतीय वायु सेना के लिए H125 हेलिकॉप्टरों की फाइनल असेंबली लाइन स्थापित होगी। यह भारत में निजी क्षेत्र की पहली हेलिकॉप्टर असेंबली यूनिट होगी, जो सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और एयरोस्पेस में आत्मनिर्भरता का सपना साकार करेगी।
आसमान छूने वाली सिविल H125 हेलिकॉप्टर
यह यूनिट एयरबस की सुपरहिट सिविल कैटेगरी की H125 हेलिकॉप्टर को बनाएगी, जो दुनियाभर में अपनी विश्वसनीयता के लिए मशहूर है। फ्रांस, अमेरिका और ब्राजील के बाद यह दुनिया का चौथा ऐसा प्लांट होगा। शुरुआत में यह यूनिट हर साल 10 हेलिकॉप्टरों का उत्पादन करेगी, लेकिन भविष्य में इसका विस्तार और तेजी से होगा। क्यों? क्योंकि एयरबस का अनुमान है कि अगले 20 सालों में भारत और दक्षिण एशिया में 500 लाइट हेलिकॉप्टरों की मांग होगी। यानी, यह प्लांट न सिर्फ भारत की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि क्षेत्रीय बाजार में भी धूम मचाएगा!
कोलार का वेमगल बनेगा नया हब
यह शानदार यूनिट बेंगलुरु से महज दो घंटे की दूरी पर, कोलार के वेमगल इंडस्ट्रियल एरिया में बनेगी। यहां TASL पहले से ही अपने अन्य प्लांट्स के साथ मजबूती से जमा हुआ है। हाल ही में टाटा ने वेमगल में 7.4 लाख वर्ग फुट का विशाल प्लॉट हासिल किया है, जहां हेलिकॉप्टर असेंबली के साथ-साथ विमान निर्माण और MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर, ओवरहॉल) सुविधाएं भी स्थापित होंगी। यह इलाका जल्द ही भारत के एयरोस्पेस उद्योग का चमकता सितारा बनने वाला है!
रोजगार और विकास का नया दौर
Aequs के चेयरमैन और सीईओ अरविंद मोलिगेरी ने इस पहल को गेम-चेंजर बताया। यह न केवल स्वदेशी विनिर्माण को मजबूत करेगा, बल्कि सप्लाई चेन में निवेश और हजारों नए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए भी एक बड़ा वरदान साबित होगा।
टाटा और एयरबस की जोड़ी का जलवा
हाल ही में टाटा और एयरबस की जोड़ी को वडोदरा, गुजरात में भी बड़ी परियोजनाएं मिली हैं, जैसे सेमीकंडक्टर प्लांट और C295 विमान निर्माण। इन बड़े निवेशों ने जहां एक तरफ विकास की नई कहानी लिखी, वहीं विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर गुजरात को तरजीह देने का आरोप भी लगाया। लेकिन टाटा और एयरबस का फोकस साफ है—भारत को एयरोस्पेस के क्षेत्र में विश्व गुरु बनाना!