नई दिल्ली, 24 मार्च 2025, सोमवार। देश की वरिष्ठ पत्रकार अनिता चौधरी ने हाल ही में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ के साथ एक विशेष साक्षात्कार किया, जिसमें दिल्ली और पंजाब की सियासत पर गहरी चर्चा हुई। इस दौरान तरुण चुघ ने आम आदमी पार्टी (आप) और इसके नेताओं, खासकर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर जमकर निशाना साधा। अनिता चौधरी ने बातचीत की शुरुआत में ही सवाल उठाया कि दिल्ली में हार के बाद आप के दिग्गज नेता पंजाब में क्यों डेरा डाले हुए हैं। इसके जवाब में तरुण चुघ ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “दिल्ली को लूटने वाले लुटेरे अब पंजाब को लूटने की योजनाएं बना रहे हैं।”
पंजाब में आप का ‘दिल्ली कनेक्शन’
चुघ ने आरोप लगाया कि दिल्ली में अपनी साख और सत्ता खो चुके आप नेता अब पंजाब को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल पहले से ही पंजाब में बैठे थे, अब मनीष सिसोदिया भी वहां पहुंच गए हैं। दिल्ली के बेरोजगार हुए नेता अब पंजाब में अतिथि बनकर बैठ गए हैं।” उनका इशारा साफ था कि आप की हार के बाद इसके नेता पंजाब की चुनी हुई सरकार को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। चुघ ने तंज कसते हुए कहा, “पंजाब के अधिकारी और जनता हाथ जोड़कर पूछ रही है- अतिथि कब जाओगे?”
उन्होंने यह भी दावा किया कि पंजाब का मुख्यमंत्री कार्यालय अब दिल्ली से आए नेताओं से भर गया है। चुघ ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पीए वैभव कुमार अब पंजाब के मुख्यमंत्री का पीए बन गया है।” उनके मुताबिक, केजरीवाल न सिर्फ पंजाब सरकार के अधिकारियों को सीधे निर्देश दे रहे हैं, बल्कि सरकारी संसाधनों का भी जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। चुघ ने इसे “पंजाब की तरक्की में रोड़ा” करार दिया।
दिल्ली की लूट, पंजाब की बारी
तरुण चुघ ने आप पर हमला तेज करते हुए कहा कि दिल्ली में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे केजरीवाल और उनकी टीम को अदालत ने भी प्राइम फेसी गिल्टी माना है। उन्होंने कहा, “जमानत पर छूटे ये लोग अब पंजाब को अपना नया अड्डा बना रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में जाने से जिन्हें अदालत ने रोका था, वे आज पंजाब की सरकार को नचा रहे हैं।” चुघ ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार इन “दिल्ली के बेरोजगार नेताओं” की आवभगत में जुटी है, जिससे राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है।
भगत सिंह और अंबेडकर के नाम पर राजनीति
साक्षात्कार के दौरान अनिता चौधरी ने केजरीवाल के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने बीजेपी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से भगत सिंह की तस्वीरें हटाने का आरोप लगाया था। इस पर चुघ ने पलटवार करते हुए कहा, “भगत सिंह और डॉ. भीमराव अंबेडकर हमारे लिए नायक हैं। ये 140 करोड़ भारतीयों के दिलों में बसते हैं। हमें केजरीवाल के नकली सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं।” उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में आज भी इन महापुरुषों की तस्वीरें मौजूद हैं। चुघ ने केजरीवाल पर ओछी राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा, “अपनी गिरती साख बचाने के लिए वे महापुरुषों के नाम का सहारा ले रहे हैं। उन्हें शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।”
केजरीवाल ने कोई वादा पूरा नहीं किया
चुघ ने केजरीवाल के दस साल के शासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा, “सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप लगाने के सिवा केजरीवाल ने कुछ नहीं किया। अन्ना हजारे तक ने कह दिया कि केजरीवाल ने एक भी वादा पूरा नहीं किया।” चुघ के इस बयान ने आप की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
पंजाब की जनता का सवाल: अतिथि कब जाओगे?
साक्षात्कार के अंत में तरुण चुघ ने एक बार फिर आप नेताओं पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता और अधिकारी इन “दिल्ली से आए मेहमानों” से तंग आ चुके हैं। चुघ ने साफ शब्दों में कहा, “पंजाब सरकार को चाहिए कि वह दिल्ली के इन बेरोजगार नेताओं की आवभगत छोड़कर राज्य के विकास पर ध्यान दे।”
यह साक्षात्कार न सिर्फ दिल्ली-पंजाब की सियासत को लेकर बीजेपी और आप के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करता है, बल्कि तरुण चुघ के तीखे हमलों और अनिता चौधरी के सटीक सवालों ने इसे बेहद रोचक बना दिया। पंजाब की सियासत में आप और बीजेपी के बीच यह जंग अब और तेज होने के संकेत दे रही है।