नई दिल्ली, 23 अप्रैल 2025, बुधवार। आगरा, भारत का वह शहर जो प्रेम और स्थापत्य कला का प्रतीक ताजमहल अपने आगोश में समेटे हुए है, ने हाल ही में एक विशेष अतिथि का स्वागत किया। संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, उनकी पत्नी उषा वेंस और उनके तीन बच्चों—इवान, विवेक और मीराबेल—के साथ 23 अप्रैल 2025 को ताजमहल का दीदार करने पहुंचे। यह दौरा न केवल एक राजनयिक यात्रा का हिस्सा था, बल्कि विश्व के सात अजूबों में से एक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की सांस्कृतिक भव्यता और कलात्मकता की वैश्विक प्रशंसा को भी रेखांकित करता है।
आगरा में भव्य स्वागत
जेडी वेंस और उनका परिवार सुबह करीब 9:40 बजे जयपुर से विशेष विमान ‘एयर फोर्स टू’ के जरिए आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर उतरे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं उनकी अगवानी की, जो इस दौरे के महत्व को दर्शाता है। एयरपोर्ट से ताजमहल तक के रास्ते को खास तौर पर सजाया गया था। सड़कों के दोनों ओर स्कूली बच्चे भारत और अमेरिका के झंडे लहराते हुए खड़े थे। हालांकि, हाल ही में हुए पहलगाम हमले के कारण मयूर नृत्य जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा, फिर भी स्वागत की गर्मजोशी में कोई कमी नहीं थी।
वेंस परिवार 32 लग्जरी कारों के काफिले के साथ शिल्पग्राम पहुंचा, जहां से वे विंटेज लाल रंग की बैटरी कारों में सवार होकर ताजमहल के रॉयल गेट तक गए। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच, आगरा में स्कूल बंद रखे गए और वीआईपी मार्ग पर छह घंटे तक यातायात डायवर्ट किया गया।
ताजमहल: प्रेम और कला का अनुपम संगम
ताजमहल, जिसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था, 17वीं सदी की स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट नमूना है। 1983 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित इस स्मारक की संगमरमर की दीवारें, जटिल पच्चीकारी, और सममित डिजाइन हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। जेडी वेंस और उनके परिवार ने करीब एक घंटे तक ताजमहल का भ्रमण किया। गाइड नितिन सिंह ने उन्हें स्मारक के इतिहास, इसकी वास्तुकला, और शाहजहां-मुमताज की प्रेम कहानी से रूबरू कराया।
वेंस परिवार ने ताजमहल के रॉयल गेट पर स्मारक की कहानी सुनी और प्रसिद्ध डायना बेंच पर फोटो सेशन भी कराया। उषा वेंस, जो भारतीय मूल की हैं और इतिहास में गहरी रुचि रखती हैं, ने ताजमहल की पच्चीकारी और वास्तुशिल्प के बारे में कई सवाल पूछे। जेडी वेंस ने ताजमहल की विजिटर बुक में लिखा, “ताजमहल अद्भुत है! समय की महानता और भारत के महान इतिहास का प्रतीक।” उन्होंने गाइड से यह भी पूछा कि 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ताजमहल कैसा लगा था, जिस पर गाइड ने बताया कि ट्रम्प भी इसकी सुंदरता से मंत्रमुग्ध थे।
सांस्कृतिक जुड़ाव और उषा वेंस का भारतीय नाता
इस दौरे का एक खास पहलू था उषा वेंस का भारतीय मूल। आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के वडलुरु गांव से उनके पूर्वजों का संबंध है। येल लॉ स्कूल में जेडी वेंस से मुलाकात के बाद 2014 में हिंदू रीति-रिवाजों से उनकी शादी हुई थी। उनके बच्चे—इवान, विवेक, और मीराबेल—भारतीय और पश्चिमी संस्कृति के मिश्रण का प्रतीक हैं। आगरा में वेंस परिवार भारतीय परिधानों में नजर आया; उनके बेटों ने कुर्ता-पायजामा और बेटी मीराबेल ने गाउन पहना था। उषा ने लाल रंग का हाफ-स्लीव गाउन और सफेद जैकेट पहनकर अपनी भारतीय जड़ों को खूबसूरती से दर्शाया।
ताजमहल के बाद वेंस परिवार ने शिल्पग्राम का भी दौरा किया, जो भारतीय हस्तशिल्प और कलाकृतियों का एक खुला एम्पोरियम है। यहाँ उन्होंने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को और करीब से देखा।
राजनयिक और सांस्कृतिक महत्व
जेडी वेंस की यह चार दिवसीय भारत यात्रा (21-24 अप्रैल 2025) केवल पर्यटन तक सीमित नहीं थी। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात में व्यापार, टैरिफ, और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। जयपुर में उन्होंने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल आमेर किले का दौरा किया और राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में भारत-अमेरिका संबंधों पर भाषण दिया। वेंस ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा, “21वीं सदी का भविष्य भारत-अमेरिका साझेदारी की मजबूती से निर्धारित होगा।”
ताजमहल का दौरा इस यात्रा का एक भावनात्मक और सांस्कृतिक पड़ाव था। यह न केवल भारत की समृद्ध विरासत को वैश्विक मंच पर उजागर करता है, बल्कि उषा वेंस के भारतीय मूल के कारण इस यात्रा को एक व्यक्तिगत आयाम भी देता है। ताजमहल, जो प्रेम और कला का प्रतीक है, ने एक बार फिर साबित किया कि यह न केवल भारत का गहना है, बल्कि पूरी दुनिया की धरोहर है।
ताजमहल की संगमरमर से सजी भारत-अमेरिकी दोस्ती
जेडी वेंस और उनके परिवार का ताजमहल दौरा भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक और राजनयिक सेतु को और मजबूत करता है। ताजमहल की चमकती संगमरमर की दीवारों ने एक बार फिर एक वैश्विक नेता को अपनी ओर आकर्षित किया, और इस यात्रा ने विश्व धरोहर की सार्वभौमिक अपील को रेखांकित किया। जैसा कि वेंस ने कहा, ताजमहल भारत के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है, और यह दौरा उस इतिहास को वैश्विक मंच पर और चमकाने का एक अवसर बना।