नई दिल्ली, 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार। स्विट्जरलैंड ने भारत को दिया गया एमएफएन (मोस्ट फेवर्ड नेशन) का दर्जा वापस ले लिया है, जिसका मतलब है कि भारतीय कंपनियों को स्विट्जरलैंड में अर्जित आय पर उच्च कर देना होगा। यह निर्णय नेस्ले के खिलाफ भारत में दिए गए एक अदालती फैसले के बाद लिया गया है।
इस निर्णय के परिणामस्वरूप, स्विट्जरलैंड 1 जनवरी, 2025 से भारतीय संस्थाओं द्वारा अपने देश में अर्जित लाभांश पर 10 प्रतिशत कर लगाएगा। यह भारतीय कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका होगा, क्योंकि इससे उनकी आय पर कर का भार बढ़ जाएगा।
स्विट्जरलैंड ने अपने निर्णय के लिए वेवे मुख्यालय वाली नेस्ले से संबंधित मामले में भारतीय उच्चतम न्यायालय के फैसले का हवाला दिया है। यह निर्णय भारत और स्विट्जरलैंड के बीच आर्थिक संबंधों पर भी प्रभाव डाल सकता है।