नई दिल्ली, 16 जून 2025, सोमवार: एयर इंडिया के लिए मुश्किलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। एक बार फिर, हांगकांग से दिल्ली की उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर आसमान में तकनीकी खराबी का शिकार हो गया। उड़ान शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद पायलट को संदेह हुआ, और विमान को वापस हांगकांग की धरती पर लौटना पड़ा। यह घटना तब और चौंकाने वाली लगती है, जब चार दिन पहले ही अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक विमान भयानक हादसे का शिकार हुआ था, जिसमें 241 यात्रियों की जान चली गई।
आसमान में बढ़ा ड्रामा
हांगकांग से दिल्ली के लिए रवाना हुई फ्लाइट AI315 ने रात 11:59 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन पहले से ही तीन घंटे नौ मिनट की देरी ने यात्रियों का धैर्य परख लिया था। उड़ान शुरू होने के बाद पायलट को अचानक तकनीकी गड़बड़ी का अहसास हुआ। सतर्कता बरतते हुए, पायलट ने विमान को समुद्र के ऊपर कुछ देर चक्कर लगवाया, लेकिन समस्या का समाधान न होने पर वापसी का कड़ा फैसला लिया। करीब एक घंटे 19 मिनट बाद, स्थानीय समयानुसार रात 1:18 बजे, विमान सुरक्षित हांगकांग हवाई अड्डे पर उतर गया। अब इस विमान की गहन तकनीकी जांच की जा रही है।
अहमदाबाद हादसे की त्रासदी
यह घटना इसलिए भी सुर्खियों में है, क्योंकि 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर हादसे का शिकार हुआ था। लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स हॉस्टल से टकरा गया। इस भयावह दुर्घटना में 230 यात्रियों और 12 क्रू मेंबर्स सहित 241 लोगों की जान चली गई। सिर्फ एक शख्स, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से जिंदा बचे, जो अब अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
क्या है आगे की कहानी?
लगातार हो रही इन घटनाओं ने एयर इंडिया की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा दिए हैं। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं, और सभी की निगाहें अब इस जांच के नतीजों पर टिकी हैं। क्या यह सिर्फ एक तकनीकी खामी थी, या कुछ और गहरा राज? समय ही बताएगा।