नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025: विजय राज अभिनीत फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज को लेकर चल रहा विवाद आज सुप्रीम कोर्ट में निर्णायक मोड़ पर पहुंच सकता है। शुक्रवार को कोर्ट यह तय करेगा कि फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होगी या नहीं। गुरुवार को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच के सामने तीखी बहस हुई, लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं हो सका।
दिल्ली हाईकोर्ट ने 10 जुलाई को फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि फिल्म सामाजिक वैमनस्यता को बढ़ावा दे सकती है। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई के दौरान केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) और याचिकाकर्ताओं के बीच गहरे मतभेद उभरे।
फिल्म के पक्ष-विपक्ष में तर्क
फिल्म के प्रोड्यूसर के वकील गौरव भाटिया ने दावा किया कि सीबीएफसी ने 55 कट के साथ फिल्म को प्रमाणपत्र दे दिया है। उन्होंने कहा, “फिल्म किसी समुदाय को बदनाम नहीं करती, सभी पात्र काल्पनिक हैं और डिस्क्लेमर में यह स्पष्ट है।” दूसरी ओर, याचिकाकर्ता अरशद मदनी के वकील कपिल सिब्बल ने सीबीएफसी पैनल की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह फिल्म नफरत फैलाने का माध्यम है, न कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता। सिब्बल ने कोर्ट से फिल्म देखकर फैसला लेने की मांग की।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि फिल्म उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या की घटना पर आधारित है, न कि किसी समुदाय को निशाना बनाती है। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर 55 कट लागू किए गए हैं।
क्या है ‘उदयपुर फाइल्स’ का विवाद?
फिल्म 28 जून 2022 को उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल साहू की नृशंस हत्या पर आधारित है। दो हमलावरों ने उनकी हत्या कर वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, जिसने देश को झकझोर दिया था। फिल्म में विजय राज ने कन्हैया लाल का किरदार निभाया है, जबकि प्रीति झंगियानी, मुश्ताक खान और पुनीत वशिष्ठ जैसे कलाकार भी नजर आएंगे।
कोर्ट की टिप्पणी
जस्टिस सूर्यकांत ने सिब्बल की आपत्तियों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “अदालत को सिर्फ केस की फाइल पर ध्यान देना चाहिए। अगर हर बात को गंभीरता से लिया जाए तो कोर्ट एक दिन भी नहीं चल पाएगा।”
फिल्म की रिलीज को लेकर सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला न केवल निर्माताओं, बल्कि दर्शकों और सामाजिक समूहों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।