उत्तराखंड के चमोली जिले के चीन सीमा के समीप सुमना में ग्लेशियर टूटने के बाद हुए हादसे में रेस्क्यू आपरेशन को एसडीआरएफ की भी दो टीमें गई हैं। इनमें नौ सदस्यीय एक टीम घटनास्थल के लगभग करीब तक पहुंच चुकी है। एसडीआरएफ को बीती रात सवा दस बजे चमोली कंट्रोल रूम में सुमना से आगे रिमझिम पोस्ट की तरफ ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली। वहां बीआरओ पुल का निर्माण करा रहा है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि रात्रि में ही एक रेस्क्यू टीम इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा के नेतृत्व में मौके के लिए रवाना की गई। रात में ही यह टीम जोशीमठ से लगभग 31 किलोमीटर आगे सुराईथोटा ग्रीफ के बेस कैंप पहुंच गई थी। इस बेस कैंप से लगभग 47 किमी आगे सुमना पोस्ट है।
शनिवार को रेस्क्यू टीम इंचार्ज हरक सिंह राणा ने सेटेलाइट फोन के जरिए पुलिस अफसरों को बताया कि नौ सदस्यीय टीम बर्फबारी से रास्ता अवरुद्ध होने की वजह से पैदल भाप कुंड पहुंची और ग्रीफ के 20 जवानों के साथ पैदल ही घटनास्थल की तरफ रवाना हो चुकी है। अपराह्न यह टीम घटनास्थल के लगभग समीप पहुंच चुकी थी। डीजीपी ने बताया कि एसडीआरएफ की एक टीम रैणी में नदी किनारे तैनात की गई, जबकि दो टीमों को मय रेस्क्यू उपकरणों व आवश्यक सामग्री के साथ वाहिनी मुख्यालय व सहस्त्रधारा पोस्ट पर अलर्ट में रखा है।एक बेस कैंप में गिरा ग्लेशियरपुलिस अफसरों का कहना है कि ग्लेश्यिर टूटने के बाद जहां हादसा हुआ है, वहां पर दो बेस कैंप हैं। एक बेस कैंप पूरी तरह से सुरक्षित रहा, जबकि दूसरे के कुछ हिस्से पर ग्लेशियर गिरा। ग्लेशियर टूटने से यू गाड में पानी का जलस्तर बढ़ गया था। 31 बताए जा रहे हैं लापताडीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अभी तक की जानकारी के हिसाब से दोनों बेस कैंपों में लगभग 430 कर्मचारी व मजदूर थे। आठ शव बरामद किए जा चुके थे, जबकि सात घायल व्यक्ति भी हैं। 387 बैस कैंपों में पहुंच चुके हैं, जबकि 30-31 अभी लापता है। सेना व आईटीबीपी के जवान उनके रेस्क्यू आपरेशन में लगे हैं।
आर्मी ने हैली द्बारा बीआरओ के 7 घायल मजदूरों को घटना स्थल सुमना-2 से रेस्क्यू कर आर्मी हास्पिटल जोशीमठ में भर्ती कर दिया है। जिसमें :
1.राय बोंडाला उम्र 30 वर्ष,
2.अनुज कुमार उम्र 18 वर्ष,
3.फिलिप बान्ड उम्र 21 वर्ष,
4.कल्याण उम्र 40 वर्ष,
5.मंगलदास उम्र 33 वर्ष,
6.संजय उम्र 25 वर्ष
7.महिन्द्र मुंडा उम्र 41 वर्ष शामिल हैं।