नई दिल्ली, 4 दिसंबर 2024, बुधवार। तेलंगाना में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, तेलंगाना के मुलुगु जिले में सुबह 7:27 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.3 मापी गई।
हालांकि, अभी तक भूकंप से किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है, लेकिन अचानक आए झटकों से लोग घबरा गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने अपने परिवार के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिया।
40 किलोमीटर की गहराई में था भूकंप का केंद्र
तेलंगाना के मुलुगु जिले में बुधवार सुबह करीब 7:27 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र मुलुगु क्षेत्र में 40 किलोमीटर की गहराई में था। अभी तक भूकंप से किसी हानि या बड़े नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं, जो लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं, तो वह क्षेत्र फॉल्ट लाइन कहलाता है। इस टकराव के कारण प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और जब अत्यधिक दबाव बनता है, तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है। इस ऊर्जा के डिस्टर्बेंस के कारण भूकंप आता है।
तेलंगाना में आए भूकंप के झटके छत्तीसगढ़ तक महसूस किए गए
तेलंगाना में आए भूकंप के झटके छत्तीसगढ़ तक महसूस किए गए। बस्तर संभाग के कई इलाकों में भूकंप का असर देखा गया, जिसमें जगदलपुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भारत में चार भूकंपीय क्षेत्र: जानें कौन सा जोन सबसे ज्यादा खतरनाक
भारत में चार भूकंपीय क्षेत्र हैं – जोन II, जोन III, जोन IV और जोन V। इनमें से जोन V में भूकंप का खतरा सबसे अधिक होता है, जबकि जोन II में भूकंप का खतरा कम होता है। तेलंगाना राज्य को जोन II में रखा गया है, जो भूकंप की कम तीव्रता वाले क्षेत्र में आता है।
देश के विभिन्न क्षेत्रों को भूकंप के खतरे के आधार पर अलग-अलग जोन में विभाजित किया गया है। जोन V में लगभग 11 प्रतिशत क्षेत्र आता है, जोन IV में लगभग 18 प्रतिशत, जोन III में लगभग 30 प्रतिशत और शेष जोन II में आता है।