वाराणसी, 8 जून 2025, रविवार: वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के मुखिया मोहित अग्रवाल ने आज यातायात लाइन सभागार में आयोजित सैनिक सम्मेलन और मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी में बड़ा एक्शन लिया। खराब प्रदर्शन और जनशिकायतों के चलते रोहनियां थाना प्रभारी विवेक कुमार को लाइनहाजिर कर दिया गया, जबकि चार थानों के प्रभारियों की अदला-बदली कर पुलिस महकमे में जवाबदेही का सख्त संदेश दिया गया।
पुलिस है परिवार, समस्याओं का होगा त्वरित समाधान
पुलिस आयुक्त ने सैनिक सम्मेलन में पुलिसकर्मियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग एक परिवार है। प्रत्येक पुलिसकर्मी की समस्या, चाहे वह व्यक्तिगत हो या ड्यूटी से जुड़ी, उसका समाधान प्राथमिकता है।” इसके लिए सभी थानों में हर माह सैनिक सम्मेलन आयोजित करने का आदेश दिया गया, ताकि पुलिसकर्मी बेझिझक अपनी बात रख सकें।

रोहनियां थाना प्रभारी लाइनहाजिर, तीन अन्य बदले
रोहनियां थाने के खिलाफ लगातार नकारात्मक फीडबैक और सीएम डैशबोर्ड पर खराब प्रदर्शन के चलते थाना प्रभारी विवेक कुमार को तत्काल लाइनहाजिर कर दिया गया। यह कदम पुलिस के व्यवहार और कार्यशैली पर नजर रखने की आयुक्त की सख्त नीति को दर्शाता है। साथ ही, नए नियुक्तियों में रामनगर थाना प्रभारी राजू सिंह को रोहनियां, जंसा थाना प्रभारी दुर्गा सिंह को रामनगर और AHT थाना प्रभारी अमित कुमार शर्मा को जंसा थाना प्रभारी बनाया गया।
यातायात और अपराध पर जीरो टॉलरेंस
बैठक में यातायात व्यवस्था को लेकर भी कड़े निर्देश दिए गए। आयुक्त ने यातायात मित्रों की सहभागिता बढ़ाने और चिन्हित चौराहों पर नियमित निगरानी के आदेश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यातायात व्यवस्था में सुधार न हुआ तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
महिला अपराधों पर जीरो टॉलरेंस नीति को और सख्त करने, शोहदों और टॉप-10 अपराधियों पर नकेल कसने, ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ के तहत संदिग्ध वाहनों की जांच और साइबर अपराधों से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए। साइबर थाना कर्मियों के लिए उन्नत प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।

जनशिकायतों पर संवेदनशीलता जरूरी
पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया कि चाहे छोटी हो या बड़ी, हर घटना पर संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई अनिवार्य है। जनशिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही पुलिस की कार्यकुशलता का असली मापदंड होगा।
वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) शिवहरी मीणा, काशी, वरुणा व गोमती जोन के पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थानाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
नया संदेश, नई दिशा
इस सम्मेलन और समीक्षा गोष्ठी ने साफ कर दिया कि वाराणसी पुलिस अब और अधिक प्रोफेशनल, जवाबदेह और जनता के प्रति संवेदनशील होगी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल का यह एक्शन शहर में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।