मंदसौर, मंदसौर में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा हनुमान मंदिर पर पथराव किया गया। जुलूस के दौरान हुए इस पथराव से शहर में तनाव फैल गया है। पत्थरबाजी में मंदिर में मौजूद दो लोग घायल हो गए, जिसके बाद माहौल गरमा गया और कई लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। वर्तमान में स्थिति को संभालने के लिए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना के विरोध में हिंदू समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की, हालांकि स्थिति अभी नियंत्रण में है।
शाम 5 बजे प्रशासन ने शांति समिति की बैठक बुलाई है। हिंदू समाज का आरोप है कि शांति समिति के मुस्लिम समाज के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए। इसके अलावा, हिंदू समाज ने शाम 7 बजे बस स्टैंड स्थित बड़े बालाजी हनुमान मंदिर पर महाआरती का आयोजन भी रखा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मिलादुन्नबी का जुलूस करीब 1:30 बजे बस स्टैंड इलाके में पहुंचा। जुलूस में शामिल कुछ युवकों ने मीनाक्षी बस सर्विस की एक बस पर चढ़कर बस स्टैंड स्थित बड़े बालाजी हनुमान मंदिर पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस पथराव में मंदिर में मौजूद संतोष पिता अमृतलाल बुरी तरह घायल हो गए, जबकि मंदिर के पुजारी शरद पिता गोविंद द्विवेदी ने जब इसका विरोध किया तो युवकों ने डंडों से उनकी पिटाई कर दी। घायल संतोष को शासकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
हिंदूवादी संगठनों ने इस घटना को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और पुजारी की शिकायत पर दंगा फैलाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अभिषेक आनंद और एएसपी गौतम सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ झड़पें भी हुईं। क्षेत्र में बढ़ते तनाव को देखते हुए लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं, जिससे बाजार में सन्नाटा छा गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इलाके में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया है।
मंदिर के पुजारी की शिकायत पर पुलिस ने बलवा और मारपीट के आरोप में केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।