वाराणसी, 5 अक्टूबर। श्री श्री गीता सोसायटी के रमना स्थित नए आश्रम का शारदीय नवरात्र में विधि विधान और मंत्रोच्चार के बीच मां काली भगवान विष्णु व भगवान राम की प्रतिमा की भी प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान से संपूर्ण हुई। इस दौरान श्री श्री गीता सोसायटी के अध्यक्ष स्वामी त्रिगुणानंद पुरी जी महाराज ने तीनों विग्रहों का विधि विधान से पूजन किया एवं भव्य आरती की आश्रम के ऊपरी तल पर एक बड़े हाल में स्वामी विवेकानंद की भी प्रतिमा स्थापित की गई, यह आश्रम योग और आध्यात्मिक का एक संगम है जहां स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के समक्ष योग और शाति के लिए लोग अपने को समर्पण करेंगे वही आध्यात्मिक के प्रति भगवान की प्रतिमा के समक्ष लोग पूजन भी करेंगे।
समारोह के दौरान 51 बटूकों ने पूजन को सफल बनाते हुए मंत्रोच्चार के सस्वर से पूरा आश्रम गूंजायमान किया। 51 बटूको को भोजन के पश्चात विराम दिया गया। बटुकों को प्रसाद ग्रहण कराने के पश्चात आश्रम के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके पश्चात प्रसाद रूपी भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। आश्रम के शिष्य देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी स्थित है, अमेरिका, जापान, जर्मनी, रूस व स्पेन सहित कई देशों के भक्त भी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए, और भगवत गीता का स्वर पाठ किया। आश्रम में विभिन्न स्कूली बच्चों ने आध्यात्मिक से ओतप्रोत कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिससे लोगों को आध्यात्मिक का संदेश दिया गया। अर्जुन कृष्ण के संवाद पर स्थापित नृत्य नाटिका में बच्चों ने सभी का मन मोह लिया।
स्वामी त्रिगुणानंद पुरी महाराज ने बताया कि आश्रम स्थापित करने का उद्देश्य लोगों में आध्यात्मिक का संचार करना है। मां वृंदाप्रणा ने कहा कि आज के समय में सनातनी संस्कृति से बढ़कर कोई संस्कृति नहीं है इसका प्रचार प्रसार करना और लोगों को आध्यात्मिक की तरफ जोड़ना यही आश्रम का उद्देश्य है इस दौरान बड़ी संख्या में विदेशी शिष्य सहित अनंत अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, मांनसी साहा, अमित जैन, ज्योति माहेश्वरी, शिवम ढढ़निया उपस्थित रहे।