मुंबई, 1 सितंबर 2025: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने महाराष्ट्र सरकार से मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि गरीब मराठा समुदाय को आरक्षण का अधिकार मिलना चाहिए, ताकि उन्हें सामाजिक न्याय मिल सके। साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस प्रक्रिया में ओबीसी समुदाय के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होना चाहिए।
मुंबई में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच आठवले ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की। मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मराठा नेता मनोज जारंगे के उग्र आंदोलन को जल्द समाप्त करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
आठवले ने सुझाव दिया कि सरकार सतारा और हैदराबाद के राजपत्रों का अध्ययन कर मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का रास्ता निकाले। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि राज्य सरकार पहले ही गरीब मराठा समुदाय के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का कानून बना चुकी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब संविधान के दायरे में रहते हुए ऐसा निर्णय लिया जाए, जो न्यायालय में भी मान्य हो।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने आठवले के अनुरोध का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार इस दिशा में तत्काल कोई रास्ता निकालने पर विचार कर रही है। आठवले ने इस बात पर बल दिया कि मराठा आरक्षण का लाभ केवल गरीब मराठाओं तक सीमित होना चाहिए, ताकि सामाजिक संतुलन बना रहे।
इस मुद्दे पर मराठा समुदाय के आंदोलन और सरकार के बीच चल रही तनातनी के बीच आठवले की यह पहल सामाजिक न्याय और संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।