नई दिल्ली, 16 फरवरी 2025, रविवार। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिससे प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर अफरा-तफरी मच गई। घटना में तीन बच्चों समेत 15 लोगों की मौत हो गई है। रेलवे ने कहा है कि स्टेशन पर भगदड़ नहीं मची थी, भीड़ की वजह से सफोकेशन जैसी स्थिति पैदा हो गई है। डीएफएस प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि अधिकारियों ने तुरंत बचाव दल भेजा और राहत प्रयासों में सहायता के लिए दमकल की चार गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। घायलों को इलाज के लिए एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती सभी घायलों की हालत स्थिर है। भगदड़ में जान गंवाने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के बाद के कई वीडियो सामने आए हैं। एक वीडियो में साफ दिख रहा है कि सीढ़ियों पर लोगों के जूते-चप्पल और कपड़े बिखरे हुए थे, जबकि दूसरे वीडियो में दिख रहा कि प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ है, जबकि कुछ यात्री सीढ़ियों और फर्श पर बेहोशी की हालत में पड़े हैं। कुछ लोग बेहोश यात्रियों को सीपीआर देने की कोशिश कर रहे हैं, तो कुछ उन्हें सीढ़ियों से उठाकर नीचे की ओर ला रहे हैं। भगदड़ का सटीक कारण अब तक स्पष्ट नहीं है लेकिन चर्चा है कि प्रयागराज जाने वाली ट्रेन को पकड़ने के लिए एक साथ भीड़ स्टेशन पर उमड़ गई थी। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए रेलवे की ओर से चार स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि स्टेशन पर हालात कंट्रोल में है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ से व्यथित हूं: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार रात को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ जैसी स्थिति में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि अधिकारी इससे प्रभावित सभी लोगों की सहायता में जुटे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (जैसी स्थिति) से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस स्थिति से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर रेल मंत्री ने जताया दुख
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे पर दुख जताया। उन्होंने हादसे की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से मैं बहुत दुखी हूं। मेरी प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।
विपक्ष ने पूछा- मौतों का जिम्मेदार कौन?
कांग्रेस ने X पर पोस्ट में कहा, ‘नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ जा रहे कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है। कांग्रेस परिवार की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस दुख की घड़ी में ईश्वर शोकाकुल परिवारों को संबल प्रदान करें व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें। मोदी सरकार मृतकों का पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंपकर, घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करे। सभी घायल श्रद्धालुओं का उचित और बेहतर इलाज कराया जाए। इस दुखद घटना से कुछ सवाल भी उठते हैं। सरकार को पता था कि महाकुंभ जारी है तो उस दौरान ज़्यादा ट्रेनें क्यों नहीं चलाई गईं? रेलवे स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्था क्यों नहीं की गई? इस हादसे की जिम्मेदारी किसकी है?’
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सरकार से सवाल किया, ‘क्या हमारी जिंदगी की कोई अहमियत नही? दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर बदइंतजामी के कारण भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई। इन मौतों के लिए कोई तो जिम्मेदार होगा? महाकुंभ में मरिये तो कहा जाता है मोक्ष मिल गया। अब सरकार कहेगी किसने कहा था स्टेशन आने को? इंसान बचे या मरे सरकार की छवि बची रहनी चाहिए।’ आतिशी ने X पर लिखा, ‘महाकुंभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के साथ इस तरह की घटना बेहद दुखद है। लोगों की सुरक्षा की ना केंद्र सरकार को कोई फिक्र है और ना ही आगे यूपी सरकार को। ना प्रयागराज में कोई व्यवस्थाएं हैं और ना ही देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात के कोई ठोस इंतजाम हैं. रेलवे विभाग से मेरी विनती है कि लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाएं।’