वाराणसी, 29 अप्रैल 2025, मंगलवार। वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद की। सपा सांसद रामजी लाल सुमन पर हुए हमले के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के पोर्टिको में धरना-प्रदर्शन कर योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। “मोदी-योगी शर्म करो” के नारों से कलेक्ट्रेट परिसर गूंज उठा, और कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश की सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग उठाई।
सपा महानगर अध्यक्ष दिलीप डे के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता जिला मुख्यालय से जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। डीएम पोर्टिको की सीढ़ियों पर बैठकर उन्होंने योगी सरकार की कथित नाकामियों के खिलाफ नारे लगाए और राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस पत्र में सरकार पर कानून-व्यवस्था को ध्वस्त करने और जनप्रतिनिधियों पर हमले जैसे गंभीर आरोप लगाए गए।
दिलीप डे ने कहा, “योगी सरकार में जनप्रतिनिधियों पर हमले हो रहे हैं, खासकर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज को निशाना बनाया जा रहा है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं।” वहीं, सपा नेता किशन दीक्षित ने रामजी लाल सुमन पर हुए हमले को साजिश करार देते हुए कहा, “सांसद के काफिले पर टायर और पत्थर फेंककर जानलेवा हमला किया गया, जिससे दुर्घटना हुई। इतने टायर एकत्र करना सुनियोजित साजिश का सबूत है। यह आपराधिक कृत्य है।”
प्रदर्शन में सपा के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे, जिनमें अखिलेश मिश्र, ओपी सिंह, इस्तकबाल कुरैशी, प्रदीप जायसवाल, पूजा यादव और इमरान अहमद बबलू जैसे नाम शामिल हैं। सपा का यह आंदोलन योगी सरकार के लिए एक कड़ा संदेश है कि जनता और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।