वाराणसी, 3 जून 2025, मंगलवार: छावनी क्षेत्र में बसा 39 गोरखा ट्रेनिंग सेंटर (39 GTC) मंगलवार की सुबह गर्व और गौरव के रंगों से सराबोर हो उठा। 31 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 197 गोरखा युवाओं ने भारतीय सेना में कदम रखा, और पासिंग आउट परेड में उनके जोश ने सभी का दिल जीत लिया। यह सिर्फ़ एक परेड नहीं, बल्कि देशभक्ति, अनुशासन और समर्पण की जीवंत गाथा थी!
“सेना सिर्फ़ ताकत नहीं, बल्कि नैतिकता और दृढ़ता का प्रतीक है!”
मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर अनिबार्न दत्ता (सेवा मेडल), कमांडेंट 39 GTC, ने नव-अग्निवीरों को संबोधित करते हुए कहा, “आप भारतीय सेना का भविष्य हैं। राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखें।” उनके शब्दों ने युवा सैनिकों में देशसेवा का जज़्बा और भरा।
परंपरा और जोश का संगम
सूबेदार यशविंदर सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए 39 GTC की गौरवशाली परंपराओं को जीवंत कर दिया। इंद्रा थापा ने गोर्खाली भाषा में अनुवाद कर समारोह में सांस्कृतिक रंग जोड़ा, जिसने हर दिल को छू लिया। ये 197 गोरखा अग्निवीर अब भारतीय सेना के नए रक्षक बनकर देश की शान बढ़ाने को तैयार हैं। यह दिन न सिर्फ़ उनके लिए, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का क्षण है!