वाराणसी, 10 नवंबर 2024, रविवार। श्री काशी विश्वनाथ धाम में अक्षय नवमी के पावन पर्व के अवसर पर भगवान महादेव की विशेष पूजा आयोजित की गई। इस अवसर पर मध्यान्ह भोग आरती में विशेष रूप से आवला निर्मित भोग अर्पित किया गया।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के प्रबंधन में संचालित बेनीपुर, सारनाथ स्थित श्री संकट हरण हनुमान मंदिर में भी विशेष आयोजन संपन्न हुए। श्री संकट हरण मंदिर में मातृशक्ति स्वरूप माताओं द्वारा आवला वृक्ष के नीचे विधिवत पूजा-अर्चना कर भोग तैयार किया गया।
इस अवसर पर लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं ने श्री विश्वेश्वर महादेव के साथ ही साथ धाम स्थित वैष्णव विग्रह श्री सत्यनारायण जी, बद्री नारायण भगवान, बैकुंठ जी और ललिता घाट स्थित पद्मनाभ विष्णु भगवान के भी दर्शन किए।
अक्षय नवमी का पर्व विशेष रूप से ऊर्जा, समृद्धि और सुख-शांति के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा का दिन माना जाता है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने इस अवसर पर बाबा विश्वनाथ के चरणों में आवला अर्पित कर देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। भगवान विश्वेश्वर की भोग आरती में आंवला भोग के अतिरिक्त भगवान अविमुक्तेश्वर के महारुद्राभिषेक एवं आंवला प्रसादम के साथ आरती भी संपन्न की गई।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने समस्त सनातन श्रद्धालुओं को अक्षय नवमी पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए एवं सनातन धर्म के अक्षय यश, अक्षय कीर्ति, अक्षय सुख, अक्षय समृद्धि, अक्षय शौर्य, अक्षय संवृद्धि, अक्षय पुण्य, अक्षय प्रताप एवं अक्षय सर्वविजय सहित समस्त नवपुण्य अक्षय की प्राप्ति कामना की।