वाराणसी, 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार। बाबा विश्वनाथ को ठंड से बचाने के लिए काशी में विशेष तैयारी की जा रही है। सर्दी और शीतलहरी को देखते हुए बाबा विश्वनाथ को ऊनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं और रात में शयन आरती के बाद उन्हें रजाई ओढ़ाई जा रही है। इससे पहले भी काशी में ठंड के दौरान बाबा विश्वनाथ को ऊनी वस्त्र पहनाए जाते थे, लेकिन इस बार विशेष तैयारी की जा रही है। काशी के पुजारियों ने बताया कि बाबा विश्वनाथ को ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।
बता दें, काशी के मंदिरों में ठंड के दौरान विशेष तैयारी की जाती है। मंदिरों में गर्भगृह में हीटर लगाए जाते हैं और भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए जाते हैं। इस बार भी काशी के मंदिरों में विशेष तैयारी की जा रही है। उत्तर भारत में ठंड की शुरुआत हो चुकी है, और आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार जताए गए हैं। इस समय पूरे उत्तर भारत में ठंड का मौसम है, और लोगों को इसके लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
इस समय उत्तर भारत में ठंड का मौसम होने के कई कारण हैं। सबसे पहले, उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान ठंडी हवाएं चलती हैं, जो कि ठंड को बढ़ावा देती हैं। इसके अलावा, उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान तापमान कम होता है, जो कि ठंड को और भी बढ़ावा देता है। इस समय उत्तर भारत में ठंड के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सबसे पहले, ठंड के कारण लोगों को अपने घरों में रहना पड़ रहा है, जो कि उनके दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, ठंड के कारण लोगों को अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना पड़ रहा है, क्योंकि ठंड के कारण कई बीमारियां फैल सकती हैं।
इस समय उत्तर भारत में ठंड के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने इसके लिए तैयारी करना शुरू कर दिया है। लोग अपने घरों में गर्म कपड़े पहन रहे हैं, और अपने घरों में हीटर और ब्लोअर का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, लोग अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख रहे हैं, और ठंड के कारण फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए आवश्यक उपाय कर रहे हैं।