अयोध्या, 9 नवंबर 2024, शनिवार। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला को ठंड से बचाने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। 20 नवंबर से रामलला को रज़ाई ओढ़ाई जाएगी, जिससे उन्हें ठंड से बचाया जा सके। मंदिर के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि हर साल रामलला की सेवा और व्यवस्था में मौसम के अनुसार बदलाव होते रहे हैं। लेकिन यह पहला अवसर होगा जब रामलला अपने नए मंदिर में प्रतिष्ठित हैं।
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि रामलला के स्नान में भी बदलाव होगा और गुनगुने पानी से रामलला का स्नान किया जाएगा। इसके अलावा, रामलला के भोग में से ठंडी चीजें हटाई जाएंगी और जाड़े के भोजन को व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि रामलला के लिए हर साल ऐसी व्यवस्था होती रही है, लेकिन इस बार भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हैं। इसलिए, मंदिर प्रबंधन और श्रीराम ट्रस्ट ने उनके लिए और बेहतर व्यवस्था करने की पहल की है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला को ठंड जल्दी लग सकती है, इसलिए उनकी सेवा व्यवस्था में ठंड के अनुसार बदलाव होगा। रामलला छोटे बालक के रूप में दर्शन देते हैं, इसलिए उनकी सेवा व्यवस्था भी विशेष होती है। उन्होंने कहा कि रामलला के लिए ठंड में जरूरत के अनुसार कंबल और रज़ाई का प्रयोग होता रहा है। राम मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी को हुआ था, जो ठंड का मौसम था। लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार ठंड का मौसम आया है, इसलिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।