राजस्थान गए जर्मनी और उत्तराखंड के कुछ पर्यटक कार से सफर कर रहे थे। ‘कारटॉक’ वेबसाइट के अनुसार वह नवनिया हाईवे पर थे और उन्हें उदयपुर जाना था। रास्ते के लिए उन्होंने गूगल मैप्स का सहारा लिया, जिसमें उन्हें एक शॉर्टकट दिखा। जल्दी पहुंचने के लिए उन्होंने अपनी गाड़ी उसी रास्ते पर दौड़ा दी। लेकिन, हुआ ये कि आगे जाकर उनकी कार कीचड़ में फंस गई।
दरअसल, अभी यह सड़क पूरी तरह बन नहीं पाई है। कार के कीचड़ में फंसने के बाद उन लोगों ने अपने कुछ स्थानीय जानने वालों को फोन किया। फिर कार को कीचड़ से बाहर निकालने के लिए ट्रैक्टर बुलाना पड़ा। मुख्य मार्ग से यह जगह इतनी दूर थी कि लोगों को ट्रैक्टर को वहां लाने के लिए दो किलोमीटर दूर पैदल चलकर जाना पड़ा। गाड़ी निकालने में करीब पांच घंटे लग गए।
समय बचाने के लिए लिया शॉर्टकट, छूट गए पसीने
घटना मेनार के बर्द गांव की है। ये लोग ग्रांड आई10 कार से मेनार से उदयपुर जा रहे थे। उन्हें छह लेन के नवानिया हाईवे से जाना था। लेकिन गूगल मैप्स ने उन्हें एक शॉर्टकट बताया जिसके अनुसार वह जल्दी पहुंच सकते थे। उन्होंने गूगल मैप्स पर भरोसा किया। शुरुआत में तो वह सड़क अच्छी थी लेकिन बाद में खराब होने लगी। लेकिन बाद में जाकर ऐसी फंसी कि निकालने में पसीने छूट गए।
स्थानीय लोग भी नहीं करते इस रास्ते का इस्तेमाल
स्थानीय लोग बताते हैं कि बारिश के दिनों में तो यह रास्ता इतना खराब हो जाता है कि वह लोग खुद भी इसका इस्तेमाल करने से बचते हैं। गूगल मैप के शॉर्टकट से जल्दी पहुंचने के चक्कर में ये पर्यटक अगर सीधे रास्ते से भी जाते तो कब के उदयपुर पहुंच जाते। इसके अलावा अगर शॉर्टकट लेने से पहले वे किसी से रास्ते के बारे में पूछ ही लेते तो शायद इस संकट में फंसने से बच जाते।