वाराणसी, 16 जून 2025, सोमवार। काशी की पवित्र गंगा के घाटों पर स्नान के दौरान हो रही दुखद मौतों ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। इन हृदयविदारक घटनाओं पर गहरी चिंता जताते हुए “अमन कबीर सेवा न्यास” के अध्यक्ष अमन कबीर ने जिला अधिकारी (डीएम) से मुलाकात कर एक भावुक पत्र सौंपा, जिसमें घाटों पर तत्काल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की गई।
अमन कबीर ने बताया कि पंचगंगा, ललिता, तुलसी, नीलकंठ, शिवाला, अहिल्याबाई, सिंधिया और बालाजी जैसे प्रमुख घाटों पर गहराई का अंदाजा न होने और बैरिकेडिंग की कमी के कारण कई युवा और तीर्थयात्री असमय ही काल के गाल में समा रहे हैं। समाचार पत्रों में आए दिन ऐसी दर्दनाक खबरें पढ़ने को मिल रही हैं, जो समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं।
उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि सभी प्रमुख घाटों पर बड़े और स्पष्ट चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, मजबूत बैरिकेडिंग की जाए और खतरनाक स्थानों को चिह्नित कर लोगों को वहां स्नान करने से रोका जाए। साथ ही, उन परिवारों से भी अपील की, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, कि वे जन-जागरूकता अभियान में सहयोग करें ताकि दूसरों की जान बचाई जा सके।
अमन कबीर ने डीएम से इस पत्र में दिए सुझावों को तुरंत लागू करने की गुहार लगाई, ताकि गंगा के किनारे धार्मिक आस्था के साथ आने वाले तीर्थयात्रियों और स्थानीय युवाओं की जिंदगियां सुरक्षित रहें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो ये दुखद हादसे और बढ़ सकते हैं, जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।
यह पहल न केवल एक सामाजिक जिम्मेदारी का उदाहरण है, बल्कि काशी के पवित्र घाटों को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।