पूरे देश में कोलकाता रेप-मर्डर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए रेप और हत्या मामले में जहां पूरा देश गुस्सा में है, तो वहीं इस मामले में राजीनीति तेज हो गई है। इस मामले में टीएमसी और भाजपा आमने-सामने आ गई। इसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और मामले में कई गंभीर सवाल उठाए उन्होने घटना में एक से ज्यादा लोगों के होने की आशंका जताई। उन्होने प्रशासन पर भी कई गंभीर सवाल उठाए और कहा कि जिस प्रकार पीड़िता की स्थिति है वो संभवतः एक से ज्यादा लोगों का काम है। स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। स्मृति ईरानी ने कहा कि ममता बनर्जी इस मामले पर राजनीति करना बंद करें। पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं न्याय चाहिए।
स्मृति ने सीएम ममता बनर्जी द्वारा रैली निकाले जाने पर तंज कसते हुए कहा कि वह किसके खिलाफ रैली निकाल रही हैं? बता दें, शुक्रवार को ममता बनर्जी ने कोलकाता रेप केस के दोषी को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर रैली निकाली थी। इस अवसर पर उन्होंने वाम-राम पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि आरजी कर में तोड़फोड़ के पीछे बीजेपी और माकपा का हाथ है। ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरा रेप-मेरा रेप की राजनीति को सीएम ममता बंद करें। लेफ्ट विंग से ममता बनर्जी को परेशानी तो इंडी गठबंधन छोड़ दें। प्रदेश की गृहमंत्री ममता बनर्जी हैं, वो किसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं, अपने खिलाफ? लोगों की आंखों में धूल झोंकना बंद करें। उन्होंने आगे कहा कि बलात्कारी निश्चिंत हैं, लेकिन प्रदर्शकारियों पर भीड़ आकर हमला करती है। गुंडों की फौज इकट्ठी होती है और पुलिस को पता नहीं चलता। उन चीजों से तोड़फोड़ करते हैं, जो सबूत का हिस्सा हैं।
स्मृति ईरानी ने राज्य की कानून व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि वो कौन है, जिसकी वजह से वो बलात्कारी आश्वस्त था कि बलात्कार के बाद वो घर लौट सकता है? पुलिस में वो कौन है, जिसने माता-पिता को कहा कि लड़की ने आत्महत्या की है, उस ऑफिसर पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है? भाजपा नेत्री ने कहा कि क्या यह संभव था कि एक ही व्यक्ति उस महिला का बलात्कार कर रहा था, उसके पैर तोड़ रहा था, उसके हाथ तोड़ रहा था, उसकी आंखें निकाल रहा था, उसकी छाती पर मार रहा था, उसके पेट पर मार रहा था और वह महिला चीख रही थी और किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी?
स्मृति ईरानी ने कहा कि उस महिला के मृत शरीर से खून बह रहा था। उसकी छाती पर वार हुआ था, पेट पर वार हुआ था, टांगों पर वार हुआ था। दोनों हाथों के नाखून टूटे पाए गए, निश्चित रूप से जब उसका बलात्कार हो रहा था, वो महिला अत्याचार से जूझ रही थी। बंगाल के हर उस नागरिक के साथ जो इंसाफ की तलाश में है, पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है। एक लड़की का अपने ही अस्पताल में बलात्कार होता है। सवाल कई हैं, जवाब का इंतजार जनता को है। परिवार ने पैसा नहीं, इंसाफ मांगा है। परिवार को इंसाफ दिलाना सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने सवाल किए कि अस्पताल में जब महिला का बलात्कार हो रहा था तो क्या उसकी चीखें किसी ने नहीं सुनी? क्या प्रिंसिपल और अस्पताल प्रशासक को ये नहीं पता था कि वो क्राइम सीन है? सरकार ने प्रिंसिपल को दंडित क्यों नहीं किया?