नई दिल्ली, 4 जनवरी 2025, शनिवार। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि सिगरेट पीने से एक व्यक्ति की उम्र लगभग 20 मिनट कम हो जाती है। यह अध्ययन यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। इस अध्ययन में पाया गया कि धूम्रपान से पुरुषों की उम्र में 17 मिनट की कमी हो रही है, जबकि महिलाओं में यह आंकड़ा 22 मिनट पाया गया है। शोध में यह भी पाया गया कि अगर एक साल तक सिगरेट नहीं पीते हैं तो जीवन के 50 दिन खोने से बचा सकेंगे। लंदन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए अध्ययन में ब्रिटिश डॉक्टर्स स्टडी के नए डाटा का इस्तेमाल किया गया है। इसमें 1999 से 2019 के बीच दो लाख से अधिक धूम्रपान करने वाले युवा और वयस्कों के स्वास्थ्य पर नजर रखी गई है।
अध्ययन में पाया गया कि अगर व्यक्ति साल के शुरुआती 35 दिन (5 फरवरी) तक धूम्रपान नहीं करता है तो वह अपने जीवन की प्रत्याशा (उम्र) को एक हफ्ते तक बढ़ा सकता है। वहीं अगर वह छह महीने से अधिक (5 अगस्त तक) समय तक धूम्रपान छोड़ देता है तो वह एक महीने तक उम्र को बचा सकता है। साल के अंत तक सिगरेट का सेवन नहीं करने पर 50 दिन उम्र को बचा सकेंगे। यह अध्ययन धूम्रपान के खतरों को उजागर करता है और लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करता है। धूम्रपान से न केवल उम्र कम होती है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बनता है। इसलिए, धूम्रपान छोड़ना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बहुत जरूरी है।
बता दें, धूम्रपान के खतरनाक परिणामों को लेकर एक नए अध्ययन में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। इस अध्ययन में पाया गया है कि धूम्रपान करने वाले लोग अपने जीवन का लगभग एक दशक खो देते हैं। यह अध्ययन यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के तंबाकू अनुसंधान समूह द्वारा किया गया है।।इस अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता डॉ. सारा जैक्सन ने बताया कि लोग जानते हैं कि धूम्रपान हानिकारक है, लेकिन वे यह कम आंकते हैं कि यह कितना हानिकारक है। उन्होंने कहा कि औसतन धूम्रपान नहीं छोड़ने वाले जीवन का लगभग एक दशक खो देते हैं।
इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि 20 सिगरेट का एक पैकेट एक व्यक्ति के जीवन को लगभग सात घंटे कम करने के लिए काफी है। लेकिन इसमें से अगर वह 10 सिगरेट पीता है तो वह आठ दिन में जीवन के एक पूरे दिन के नुकसान को रोक सकता है। इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि धूम्रपान बंद नहीं करने पर जीवन प्रत्याशा लगभग 10 वर्ष कम हुई। यह आंकड़ा पुरुषों में 10 वर्ष और महिलाओं में 11 वर्ष कम पाया गया।
दुनियाभर में धूम्रपान को बीमारी, विकलांगता और समय से पहले मृत्यु के लिए प्रमुख कारकों में माना गया है। हर साल 80 लाख से अधिक लोगों की जान तंबाकू के सेवन चली जाती है। वहीं इसमें से 13 लाख लोगों की मौत सेकेंड हेंड स्मोक के सेवन से होती है। लंबे समय से धूम्रपान करने वाले दो-तिहाई लोगों की जान कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से हो जाती है। अपेक्षाकृत कम उम्र में धूम्रपान छोड़ने से अधिक लाभ मिल सकते हैं। 40 वर्ष की आयु में धूम्रपान छोड़ने से धूम्रपान से जुड़ी बीमारियों से मरने का जोखिम 90 फीसदी तक कम हो जाता है।