वाराणसी, 25 मार्च 2025, मंगलवार। वाराणसी में मंगलवार की सुबह थाना दशाश्वमेध क्षेत्र के अंतर्गत देवनाथपुरा मोहल्ले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब मकान नंबर 30/16 से अचानक धुंआ निकलता दिखाई दिया। यह मकान श्यामल मुखर्जी का है, जो दो मंजिला होने के बावजूद जर्जर हालत में है। खास बात यह कि मकान में ताला बंद पड़ा था और कोई नहीं रहता, क्योंकि श्यामल और उनका परिवार कोलकाता में बसा हुआ है।
सुबह के शांत माहौल में जब धुंआ उठता दिखा, तो मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों की नजरें उस सुनसान और पुराने मकान की ओर गईं, जो लंबे समय से वीरान पड़ा था। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ताले में बंद इस मकान में धुंआ कहां से आ रहा है। तभी क्षेत्रीय पार्षद चंद्रनाथ मुखर्जी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दशाश्वमेध थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार को सूचना दी।
पुलिस तुरंत हरकत में आई और मौके पर पहुंची। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम भी घटनास्थल पर आ गई। कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया। राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सवाल अब भी अनुत्तरित है—आग लगी कैसे? क्या यह कोई शरारत थी, कोई तकनीकी खराबी, या फिर कुछ और? पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें इस रहस्य को सुलझाने में जुट गई हैं।