वाराणसी, 8 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत युवाओं को सशक्त बनाने के लिए बांटे जाने वाले स्मार्टफोन में बड़ा घोटाला सामने आया है। वाराणसी पुलिस ने योजना के तहत वितरण के लिए दिए गए स्मार्टफोन को अवैध रूप से बेचने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत पुलिस ने 39 वर्षीय विशेष श्रीवास्तव, निवासी चांदपुर, मण्डुआडीह को फुलवरिया ओवरब्रिज के पास 7 अगस्त की देर रात धर दबोचा। उसके कब्जे से 32 सैमसंग गैलेक्सी A04E स्मार्टफोन बरामद हुए, जिनकी कीमत करीब 5.52 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन के नेतृत्व में चली इस कार्रवाई की शुरुआत स्किल प्रो टेक्नोलॉजी प्रा. लि., देहरादून के निदेशक मयंक कुमार की शिकायत से हुई। मयंक ने बताया कि रामनगर, वाराणसी के विद्यार्थियों को वितरित करने के लिए विशेष श्रीवास्तव को 48 स्मार्टफोन सौंपे गए थे। इनमें से 42 फोन डीजी शक्ति पोर्टल पर मैप किए गए थे, लेकिन आरोपी ने वितरण करने के बजाय फोन को बाजार में बेच दिया। इस गंभीर धोखाधड़ी की सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पर 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।

शुक्रवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि विशेष श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा संख्या 375/25 के तहत बीएनएस की धारा 316(2), 316(5), 318(4), और 317(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बरामद स्मार्टफोन की कीमत और योजना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस घोटाले में अन्य लोग भी शामिल हैं।
वरुणा जोन के डीसीपी ने कहा, “यह कार्रवाई सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।” आरोपी को अदालत में पेश किया गया है, जहां से उसे जेल भेज दिया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। इस घटना ने युवा सशक्तिकरण योजना की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद प्रशासन ने ऐसी योजनाओं की निगरानी को और सख्त करने का फैसला किया है।
वाराणसी पुलिस की इस कार्रवाई को स्थानीय लोग सराह रहे हैं, वहीं योजना के लाभार्थियों में फिर से भरोसा जगाने की कोशिशें तेज हो गई हैं।