वाराणसी, 26 नवंबर 2024, मंगलवार। बीएचयू के अन्तर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केन्द्र में छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “पाइअनिरिंग पेडागागी: ए सिक्स-डे ट्रेनिंग फार लाइफ साइंसेज एडुकेटर्स फ्राम हायर एजुकेशन” का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम 30 नवंबर 2024 तक चलेगा और इसमें देश के नौ राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और कहा कि शिक्षकों को अपनी कक्षाओं को रोचक बनाने के लिए विद्यार्थियों के साथ ‘ह्युमन टच’ को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को समझना होगा और उनकी कक्षाओं को विद्यार्थियों के सीखने के अनुकूल बनाना होगा।
स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. जे.पी.एन. मिश्र ने कार्यक्रम के पहले सत्र में विद्यार्थियों की पाठ्यचर्या, शिक्षण, आकलन, शिक्षण व मूल्यांकन में तकनीकी समावेशन सहित प्राचीन काल से आधुनिक समय तक की विकास यात्रा पर विस्तार से अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपनी कक्षाओं में विद्यार्थियों को सीखने के लिए प्रेरित करना होगा और उन्हें सीखने के लिए सहयोगी वातावरण तैयार करना होगा।
इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. कुशाग्री सिंह व सह-संयोजन डॉ. दीप्ति गुप्ता ने किया। इस कार्यक्रम में देश के नौ राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्रतिभागी छः दिनों तक लाइफ साइंसेज के शिक्षण शास्त्रीय पहलुओं का अनुभव, विद्वानों के व्याख्यान, हैंड्स-ऑन सत्रों के माध्यम से लेंगे।