केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि समय आ गया है जब देश में ही एयरोस्पेस उत्पादों का निर्माण होना चाहिए। सिंधिया ने बताया देश में एविएशन सेक्टर तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले पांच से सात सालों में ही घरेलू एयरलाइंस के पास करीब दो हजार विमानों का बेड़ा होगा। ऐसे में अब देश को एयरोस्पेस उत्पादों के निर्माण के बारे में भी सोचना चाहिए।
देश में एविएशन सेक्टर का इकोसिस्टम मजबूत करने की जरूरत’एविएशन कंसल्टेंसी CAPA ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसी कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शिरकत की। इसी दौरान उन्होंने कहा कि हमें देश में सिविल एविएशन के लिए इकोसिस्टम को बढ़ाने की जरूरत है। सिंधिया ने कहा कि इस साल के अंत तक देश में 15 फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (FTO) स्थापित हो जाएंगी, जिसके बाद देश में एफटीओ की संख्या बढ़कर 50 हो जाएगी।
छह साल में दोगुने हुए हवाई यात्रीसिंधिया ने कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश में बीते छह सालों में हवाई यात्रियों की संख्या बढ़कर लगभग दोगुनी हो गई है। उड़ान कार्यक्रम के तहत देश में 74 एयरपोर्ट्स का निर्माण किया गया है और 26 और एयरपोर्ट्स का निर्माण किया जाना है, जिसके बाद देश में कुल एयरपोर्ट्स की संख्या बढ़कर 100 हो जाएगी।
छोटे शहरों के लिए भी हवाई सेवा शुरू की जाएगी और इसके लिए छोटे विमानों की योजना पेश की गई है। देश के एविएशन सेक्टर में मेंटिनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल सुविधाओं का बाजार 10 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहा है और यह 2021 तक 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का बाजार हो गया है। देश में चूंकि एयरक्राफ्ट की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में अब एविएशन उत्पादों को भी भारत में बनाए जाने की संभावना भी तलाशी जा रही है।