रायपुर, 12 मई 2025, सोमवार। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार देर रात एक ऐसी त्रासदी हुई, जिसने सबके दिल दहला दिए। रायपुर-बलोदाबाजार रोड पर सारागांव के पास एक भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की जान चली गई, जबकि दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे ने न केवल एक गांव को शोक में ड्स डुबो दिया, बल्कि सड़क सुरक्षा के सवालों को भी फिर से उठा दिया।
क्या हुआ उस रात?
रायपुर के चटौद गांव के कुछ परिवार एक छठी के समारोह में शामिल होने बाना बनारसी गए थे। रात का समय था, उत्सव की खुशियां अभी मन में बसी थीं। एक छोटा ट्रक इन परिवारों को लेकर अपने गांव लौट रहा था। लेकिन रास्ते में, खरोरा थाना क्षेत्र के पास, उनकी खुशियां मातम में बदल गईं। एक तेज रफ्तार ओवरलोड ट्रेलर ने उनके ट्रक को जोरदार टक्कर मार दी। इस भयानक टक्कर में 13 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जिनमें नौ महिलाएं और चार मासूम बच्चे शामिल थे।
तत्काल राहत और प्रशासन का कदम
हादसे की खबर मिलते ही रायपुर प्रशासन हरकत में आ गया। रात 12 बजे के करीब सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को तुरंत रायपुर के डॉ. बी.आर. अंबेडकर मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया। रायपुर के कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन ने घायलों के इलाज और मृतकों के परिजनों की हर संभव मदद के लिए तत्काल कदम उठाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, ताकि इस हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके।
सीएम का दुख और मुआवजे का ऐलान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “यह हादसा अत्यंत दुखद है। हमारी सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है।” उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
गांव में मातम, एक हादसा, कई सवाल
चटौद गांव आज शोक में डूबा है। जो परिवार हंसी-खुशी समारोह में शामिल होने गए थे, वे अब अपनों की याद में आंसुओं में हैं। यह हादसा सिर्फ एक त्रासदी नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी से जुड़े कई सवाल खड़े करता है। क्या रात के समय ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही पर सख्ती होनी चाहिए? क्या सड़कों पर सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है? और सबसे बड़ा सवाल, क्या ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए और ठोस कदम उठाने की जरूरत है?