मथुरा, 3 मई 2025, शनिवार। 3 मई शनिवार की दोपहर मथुरा के लिए एक काला दिन बन गया, जब थाना जैत क्षेत्र के छटीकरा देवी आटस मार्ग पर कृष्णा कुटीर के पास एक भीषण सड़क हादसे ने चार परिवारों की खुशियां छीन लीं। तेज रफ्तार का कहर और लापरवाही ने एक ऐसी त्रासदी को जन्म दिया, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया, बल्कि मानवता को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित किया है।
हादसे की भयावहता: एक के बाद एक त्रासदी
दोपहर का समय था, जब छटीकरा देवी आटस मार्ग पर एक तेज रफ्तार थार गाड़ी और एक सवारी टेंपो के बीच आमने-सामने की जोरदार टक्कर हुई। टक्कर इतनी भीषण थी कि टेंपो के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार पांच लोग सड़क पर छिटक कर गिर पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टेंपो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था, और सड़क पर चारों ओर अफरातफरी मच गई। लोग अभी इस सदमे से उबर भी नहीं पाए थे कि पीछे से तेज गति से आ रहे एक डंपर ने सड़क पर पड़े घायलों को रौंद दिया। इस दूसरी त्रासदी ने हादसे को और भी भयावह बना दिया।

चार लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। तीन लोगों के शव इतने क्षत-विक्षत हो गए कि उनके टुकड़े सड़क पर बिखर गए। एक व्यक्ति के दोनों पैर टूट गए और सिर में गहरी चोट के कारण उसकी भी मौत हो गई। सड़क खून से लथपथ थी, और चीख-पुकार ने पूरे इलाके को दहशत में डुबो दिया। एक घायल व्यक्ति सड़क पर तड़प रहा था, जिसे तुरंत नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस का रेस्क्यू और पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया
हादसे की सूचना मिलते ही थाना जैत की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। दृश्य इतना भयानक था कि पुलिसकर्मी भी सिहर उठे। क्षत-विक्षत शवों के टुकड़ों को इकट्ठा करने में पुलिस को करीब एक घंटे का समय लगा। शवों को खुरचकर पॉलीथिन में भरा गया और पोस्टमॉर्टम के लिए मथुरा के सरकारी अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने क्षतिग्रस्त थार, टेंपो, और डंपर को अपने कब्जे में ले लिया है, और हादसे की जांच शुरू कर दी है। मथुरा पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि घायल व्यक्ति को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया, और मृतकों के शवों की पंचायतनामा कार्यवाही पूरी की जा रही है।

मृतकों की पहचान और स्थानीय लोगों में दहशत
मृतकों की पहचान कर ली गई है, और सभी पुरुष थे। हालांकि, उनके नाम और उम्र की आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा इतना भयावह था कि कई लोग घटनास्थल को देखकर कांप उठे। सड़क पर बिखरे शवों के टुकड़े और खून के दाग इस बात के गवाह थे कि तेज रफ्तार और लापरवाही कितनी घातक हो सकती है। हादसे के बाद इलाके में मातम पसर गया, और लोग सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाने लगे।