लखनऊ, 20 नवंबर 2024, बुधवार। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में मतदान के दौरान कई जगहों पर हंगामा हुआ। कानपुर की सीसामऊ, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर में पोलिंग बूथ पर विवाद हुआ। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने लोगों को वोट डालने से रोका। इसके बाद चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया और 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया।
उपचुनाव में विवाद
कुंदरकी में तनाव: समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हाजी रिजवान ने चुनाव रद्द करने की मांग की, जिससे तनाव बढ़ गया।
मीरापुर में SHO पर आरोप: अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मीरापुर में SHO ने रिवॉल्वर दिखाकर मतदाताओं को धमकाया।
पुलिसकर्मियों पर आरोप: समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने लोगों को वोट देने से रोका और उनकी आईडी चेक कर परेशान किया।
चुनाव आयोग का एक्शन
10 पुलिसकर्मी सस्पेंड
मुरादाबाद में 6, कानपुर में 2, मुजफ्फरनगर में 2 पुलिसकर्मी निलंबित
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में विवाद बढ़ता जा रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोप लगाया है कि सपा के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं और फर्जी मतदान में शामिल हैं।
विवाद की जड़
सपा ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि वह निष्पक्ष नहीं है और बीजेपी के पक्ष में काम कर रहा है। दूसरी ओर, बीजेपी ने कहा है कि सपा के कार्यकर्ता महिलाओं और पुरुषों को बुर्का पहनाकर फर्जी मतदान करा रहे हैं।
बीजेपी के आरोप
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि सपा समर्थक बाहरी लोगों को लाकर चुनाव प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा के लाल टोपी वाले गुंडे आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और फर्जी मतदान सपा की पहचान है।
सपा का जवाब
सपा ने बीजेपी के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि वह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। सपा ने कहा है कि वह चुनाव में जीत के लिए किसी भी हद तक नहीं जाएगी और निष्पक्ष चुनाव की मांग कर रही है।